3 साल बाद पंजाब से छुड़ाया गया उत्तराखंड का मजदूर, बंधुआ मजदूरी के लिए किया गया मजबूर बंधनों से मिली आजादी

पंजाब के तरनतारन जिले के एक गांव में गौशाला में कथित तौर पर बंधुआ मजदूर के तौर पर काम कर रहे उत्तराखंड के 35 वर्षीय…

n67019964617510188134807abcbc7f215e2f07194c6899268d5443e01a6a840e38ff54ab3a89e754ee6efa

पंजाब के तरनतारन जिले के एक गांव में गौशाला में कथित तौर पर बंधुआ मजदूर के तौर पर काम कर रहे उत्तराखंड के 35 वर्षीय व्यक्ति को पुलिस ने छुड़ाकर उसके परिवार से मिलवाया।


अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी दी। एक सरकारी बयान में बताया गया कि उत्तराखंड के चमोली के रमेश कुमार को पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया के हस्तक्षेप के बाद छुड़ाया गया है।

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था जिसके बाद गढ़वाल के सांसद अनिल बलूनी ने राज्यपाल कटारिया से बात की। कटारिया ने पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव को इस पर तुरंत कार्रवाई करने का आदेश दिया।

डीजीपी ने तुरंत तरनतारन जिला पुलिस को सक्रिय किया, जिसने कुछ ही घंटों में कुमार को ढूंढ निकाला और उसे दिनेवाल गांव से गौशाला संचालक के यहां से मुक्त कराया।
एसएसपी तरनतारन, दीपक पारीक ने बताया कि कुमार को पिछले 3 वर्षों से उसकी इच्छा के विरुद्ध गौशाला में काम करने के लिए मजबूर किया गया था।

मुक्त कराने के बाद इस मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। कुमार को उसके परिवार को सौंप दिया गया। उसके परिजन तरनतारन पहुंच गए थे। इस मामले में आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा