काशी में दो दिन के दौरे पर पहुंचे देश के गृह मंत्री अमित शाह ने सबसे पहले काल भैरव मंदिर जाकर दर्शन किए। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। मंदिर पहुंचकर अमित शाह ने पूरे विधि विधान के साथ पूजा की और आरती में भी भाग लिया। इस दौरान का एक वीडियो सामने आया है जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
वीडियो में दिखता है कि अमित शाह मंदिर के अंदर खड़े हैं और एक पुजारी उनके पास जाकर नजर उतारने लगता है। कुछ देर तक ये चलता रहा लेकिन तभी योगी आदित्यनाथ ने तुरंत हस्तक्षेप कर पुजारी को ऐसा करने से मना कर दिया। ये पूरा दृश्य कुछ सेकेंड के लिए मंदिर में मौजूद सभी लोगों को चौंका गया।
काशी में मान्यता है कि काल भैरव को इस नगरी का कोतवाल माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि कोई भी श्रद्धालु या आगंतुक काशी में प्रवेश से पहले काल भैरव के दर्शन करता है। ऐसे में अमित शाह का सबसे पहले यहां आकर मत्था टेकना सिर्फ आस्था से नहीं बल्कि उनके दौरे की गंभीरता को भी दिखाता है।
अमित शाह वाराणसी में पहली बार हो रही मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक में शामिल होने पहुंचे हैं। अब तक ये बैठक राजधानी में होती थी लेकिन इस बार खासतौर पर काशी को इसके लिए चुना गया है। इस बैठक में उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री मुख्य सचिव गृह मंत्रालय नीति आयोग और तमाम विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भाग ले रहे हैं।
बैठक में कानून व्यवस्था राज्यों की सीमाओं से जुड़े मुद्दे विकास और आपसी तालमेल जैसे जरूरी विषयों पर बात होगी। बैठक का एजेंडा व्यापक है और इसको लेकर पहले से ही तैयारियां चल रही थीं।
चूंकि इसमें देश के बड़े नेता शामिल हो रहे हैं इसलिए सुरक्षा को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। पूरे वाराणसी शहर में पुलिस का कड़ा पहरा है। काल भैरव मंदिर के आसपास भी सुरक्षाबलों की भारी तैनाती रही। अफसरों की निगरानी में चप्पे चप्पे पर नजर रखी जा रही है।
