उत्तराखंड रुद्रपुर युवती ने हाई कोर्ट की अधिवक्ता बनाकर युवक के मोबाइल पर एक व्हाट्सएप कॉल की फिर इसी से उसमें प्रेमी को अपने जाल में फंसा लिया और मंदिर में शादी कर ली। इसके बाद उसने युवक पर 30 लाख रुपए देने का दबाव बनाया।
युवक की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली और आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही उसके पास से पीड़ित से ब्लैकमेल कर लिए गए ₹50000 भी मिले हैं।
पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया आरोपी महिला पर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में 18 प्राथमिकी पंजीकृत है। इससे पहले भी वह कई लोगों को प्रेम जाल में फंसाकर ब्लैकमेल कर चुकी है।
वसुंधरा भूरारानी रोड निवासी दीपक कक्कड पुत्र ओम प्रकाश कक्कड ने पांच जून को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा को शिकायत पत्र देकर कहा था कि उसके पिता का निधन हो चुका है और उसकी बहनों का विवाह हो चुका है। वह परिवार में अकेला है। कुछ माह पहले उसने अपनी कृषि भूमि बेची थी।
2 मई को उसके मोबाइल के व्हाट्सएप पर एक कॉल है उसने अपना नाम अंकित शर्मा बताया और कहा कि वह हाईकोर्ट नैनीताल में अधिवक्ता है और उसने यह भी कहा कि क्लाइंट को फोन कर रही थी गलती से फोन उसको लग गया।
इसके बाद वह उसके मोबाइल पर व्हाट्सएप पर चैट कर प्यार भरी बातें करने लगी। धीरे-धीरे उसने अपने प्रेम दल में उसे फंसा लिया। इस दौरान उसने उसे सड़क के किनारे स्टील के ग्रिलिंग का ठेका दिलाने के नाम पर 5 लाख रुपए भी हड़प लिए और बाद में उसके साथ प्रेम का नाटक करते हुए 27 में को पिपलिया मंदिर सकैनिया गदरपुर में विवाह कर लिया। साथ ही उसके साथ घर पर रहने लगी। इसके बाद से वह 30 लाख देने का दबाव बनाने लगी।
जब असमर्थता जताई तो अंकिता ने पांच जून की शाम उसे धमकी दी कि यदि 30 लाख रुपये नहीं दिए तो हत्या करवा देगी। उसकी धमकी से वह डर गया और पुलिस को सूचना दी। इस दौरान पता चला कि जिस महिला ने अंकिता शर्मा बनकर उसके साथ विवाह का नाटक कर रह रही है, वह ब्लैकमेलर महिला हिना रावत पुत्री बलवंत सिंह रावत निवासी भीमनगर खरमासा कुंडेश्वरी थाना काशीपुर की है।
हिना रावत के अलावा उसने निकिता सिंह पुत्री भूपेंद्र सिंह निवासी 64 मेट्रोपोलिस रूद्रपुर के नाम से भी एक अन्य आधार कार्ड बनाया है।
जब उसने मोबाइल चेक किया तो पता चले कि वह पहले से विवाहित है और अपने गिरोह के लोगों के साथ मिलकर लोगों को अपने प्रेम जाल में फंसा कर दुष्कर्म की झूठी प्राथमिकी पंजीकृत कर ब्लैकमेल करती है।
जिले में भी वह कई लोगों के विरुद्ध झूठी प्राथमिकी पंजीकृत करवा चुकी है। आरोप लगाया कि अब तक वह उससे पांच लाख रुपये ले चुकी है।
पुलिस का कहना है कि शनिवार को इस मामले का पर्दाफाश हुआ और युवक की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली और जांच शुरू कर दी जांच में आरोपी की पुष्टि होने के बाद उसे किच्छा रोड स्थित होटल उदय के पास से आरोपित महिला को गिरफ्तार कर लिया।
उसके पास से 50 हजार रुपये, एक फर्जी आधार कार्ड बरामद हुए है। पुलिस ने उसे शनिवार को कोर्ट में पेश किया। जहां कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया है।
