सपनों के साथ निकले थे सफर पर, 1000 फीट नीचे मौत बनकर टूटी पहाड़ी—हनीमून कपल का अब तक नहीं मिला सुराग

हनीमून मनाने सिक्किम पहुंचे प्रतापगढ़ के नवविवाहित जोड़े का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। शादी के महज उन्नीस दिन बाद यह जोड़ा…

n66682237517488649103810c809005d715a16f41f9bc62bd9129e70531c6587df89458c8baccc77c64bf0e

हनीमून मनाने सिक्किम पहुंचे प्रतापगढ़ के नवविवाहित जोड़े का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। शादी के महज उन्नीस दिन बाद यह जोड़ा नए जीवन की शुरुआत के सपने लेकर निकला था। लेकिन लौटे ही नहीं।

प्रतापगढ़ जिले के कौशलेन्द्र प्रताप सिंह अपनी पत्नी अंकिता सिंह के साथ हनीमून पर गए थे। दोनों 24 मई को सिक्किम पहुंचे थे। लौटते वक्त उनकी गाड़ी चुंगथांग से गंगटोक की ओर जा रही थी। रास्ते में बारिश हो रही थी। बताया गया कि गाड़ी फिसल गई और सीधे एक हजार फीट गहरी नदी में जा गिरी।

हादसे के वक्त गाड़ी में कुल 11 लोग सवार थे। एक की मौत की पुष्टि हो चुकी है। तीन लोगों को किसी तरह बचा लिया गया। लेकिन कौशलेन्द्र और अंकिता समेत आठ लोग अब भी लापता हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार चल रहा है। लेकिन अभी तक इनका कुछ पता नहीं चल सका है।

परिवार को जैसे ही हादसे की जानकारी मिली वैसे ही वे लोग सिक्किम पहुंच गए। अंकिता लखनऊ के मेदांता अस्पताल में मेडिसिन स्टोर की इंचार्ज थीं। वहीं कौशलेन्द्र दिल्ली में रहकर सिविल सेवा की तैयारी कर रहे थे। दोनों अपने माता पिता की इकलौती संतान थे।

इस हादसे ने सबको वो पहलगाम वाला मंजर याद दिला दिया। जहां हनीमून पर गया एक और जोड़ा आतंकी हमले का शिकार हो गया था। और अब यह जोड़ा जो अपनी जिंदगी की सबसे खुबसूरत यात्रा पर निकला था। अचानक मौत और लापता होने के बीच कहीं खो गया है।

इधर एक और कपल मध्यप्रदेश से भी 24 मई को ही सिक्किम पहुंचा था। वह भी तभी से लापता हैं। उनकी तलाश भी जारी है। सिक्किम की वादियों में मौसम की मार इस कदर कहर बनकर टूटी कि एक के बाद एक परिवार उजड़ गए हैं।