उत्तराखंड STF ने चारधाम हेलीकॉप्टर ठगी को लेकर मेटा को लिखा पत्र, जागरूकता और सुरक्षा बढ़ाने की तैयारी

चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के साथ हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग के नाम पर लगातार हो रही साइबर ठगी के खिलाफ एसटीएफ का अभियान जोर-शोर से…

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चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के साथ हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग के नाम पर लगातार हो रही साइबर ठगी के खिलाफ एसटीएफ का अभियान जोर-शोर से जारी है। इस साल जनवरी से मई तक एसटीएफ ने 136 फर्जी वेबसाइटों या यूआरएल को ब्लॉक किया है। इसके साथ ही 117 संदिग्ध मोबाइल नंबर, 61 बैंक खाते और 35 व्हाट्सएप नंबर भी फ्रीज किए जा चुके हैं। इससे पहले साल 2023 में 64 फर्जी वेबसाइटें बंद कराई गई थीं, जबकि 2024 में अब तक 18 फर्जी वेबसाइटें, 45 फेसबुक पेज और 20 बैंक खातों को चिन्हित कर ब्लॉक किया गया है। यह साफ संकेत है कि साइबर अपराधी लगातार नए-नए तरीके अपना रहे हैं। पहले वे केवल वेबसाइटों के माध्यम से ठगी करते थे, लेकिन एसटीएफ की कड़ी निगरानी के बाद उन्होंने फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी पेज बनाकर विज्ञापन बढ़ाने का तरीका अपना लिया है। ये पेज विज्ञापन बूस्ट के जरिए ज्यादा से ज्यादा यूजर्स तक पहुंचते हैं और श्रद्धालुओं को फर्जी बुकिंग लिंक पर ले जाकर ठगने की कोशिश करते हैं।

एसटीएफ लगातार इस खतरे को रोकने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर नियंत्रण की मांग कर रही है। इसके तहत Google ने पहले ही केदारनाथ हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग जैसे कीवर्ड्स पर नियंत्रण लागू किया है, जिससे फर्जी विज्ञापनों की संख्या में कमी आई है। अब इसी तरह Meta कंपनी (Facebook और Instagram) से भी अनुरोध किया गया है कि वे इस तरह की धोखाधड़ी रोकने के लिए उचित कदम उठाएं। एसटीएफ की टीम समय-समय पर फर्जी वेबसाइटों, बैंक खातों, मोबाइल नंबरों और सोशल मीडिया पेजों को ट्रैक कर तत्काल कार्रवाई कर रही है ताकि श्रद्धालुओं को होने वाली हानि को कम किया जा सके। एसएसपी नवनीत सिंह की अपील है कि केदारनाथ हेलीकॉप्टर सेवा के लिए केवल IRCTC ही अधिकृत बुकिंग पार्टनर है, इसलिए किसी भी फेसबुक विज्ञापन या फर्जी पेज से टिकट बुकिंग करने से बचें। यदि किसी संदिग्ध लिंक, वेबसाइट या विज्ञापन की जानकारी मिले तो तुरंत STF Cyber Police Station को मेल करें या साइबर धोखाधड़ी के मामले में 1930 हेल्पलाइन पर संपर्क करें। यह सावधानी हर श्रद्धालु के लिए बेहद जरूरी है ताकि वे सुरक्षित यात्रा कर सकें और धोखाधड़ी से बच सकें।