8 घंटे बाद मासूम हार गई मौत से जंग, PGi में बच्ची को नहीं मिला वेंटिलेटर, नहाते समय हुआ था हादसा

सोनीपत से शनिवार दोपहर करीब 2:00 बजे गंभीर हालत में रेफर होकर पीजीआई पहुंची एक साल की प्रियंसिता यहां करीब आठ घंटे जिंदगी के लिए…

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सोनीपत से शनिवार दोपहर करीब 2:00 बजे गंभीर हालत में रेफर होकर पीजीआई पहुंची एक साल की प्रियंसिता यहां करीब आठ घंटे जिंदगी के लिए जूझती रही। यहां रात करीब 10 बजे उसने दम तोड़ दिया।


परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि बच्ची की गंभीर हालत के चलते उसे वेंटिलेटर की जरूरत थी। पीजीआई में लेकिन उसे वेंटिलेटर नहीं मिला। इधर पीजीआई प्रशासन ने बच्ची का जीवन बचाने के हर संभव प्रयास करने का दावा किया।


परिजनों का कहना है कि बच्चे नहाते समय बाथ टब में डूब गई थी उसे परिजन गंभीर हालत में सोनीपत अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने उसे पीजीआई रेफर कर दिया। बच्ची को वेंटिलेटर की जरूरत थी इस बारे में परिजनों ने चिकित्सकों से आग्रह भी किया, वेंटिलेटर नहीं मिला।


मूल रूप से मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के ओटापुर्वा गांव हाल सोनीपत के गांव रायपुर के रहने वाले पवन का कहना है कि वह राजमिस्त्री है। उनकी दो बेटियां थीं। बड़ी ढाई साल तो छोटी एक साल की। नहाते समय वह कैसे टब में गिरी, पता नहीं। बेटी का आधा शरीर टब के बाहर था व आधा अंदर।


हालांकि पिज़्ज़ा के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर कुंदन मित्तल सोनीपत से गंभीर हालत में संस्थान लायी गई बच्ची का इलाज कर रहे थे। उसकी हालत नाजुक थी और बचने की संभावना भी नहीं थी विभाग में वेंटिलेटर खाली नहीं था इसलिए वेंटीलेटर नहीं मिला लेकिन बच्ची के लिए हर संभव प्रयास किया गया है।