जिस गांव में खुशियों की शहनाई बजनी थी वही अब मातम पसर गया है। बताया जा रहा है कि जिस जगह दुल्हन की डोली आ रही थी वहीं से उसकी अर्थी निकली जिसके बाद सभी की आंखें नम हो गई।
ससुर ओमप्रकाश यादव उर्फ मदारी अपने पुत्र की नई नवेली दुल्हन ललिता देवी को मुखाग्नि दी तो हर किसी के आंसू छलक गए।
यह घटना भोजपुर जिले के सिकरहटा थाना के रजमलडीह गांव से जुड़ी है। ससुराल रजमलडीह गांव में ही दुल्हन का दाहसंस्कार हुआ। जबकि, दूल्हा मोनू कुमार पटना के निजी अस्पताल स्थित आइसीयू में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।
उसकी भी हालत मरणासन्न में बनी हुई है। ससुराल जाते समय दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल दुल्हन ने सुबह ही पटना में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृतका दुल्हन 21 वर्ष से ललिता देवी सिकरहटा थाना क्षेत्र के रजमलडीह गांव निवासी मोनू कुमार की पत्नी थी।
बता दें कि शाम सिकरहटा थाना क्षेत्र के रजमलडीह गांव निवासी ओम प्रकाश सिंह उर्फ बधारी सिंह के पुत्र मोनू कुमार की बरात हसन बाजार थाना क्षेत्र के इनरपतपुर गांव निवासी स्व.दूधनाथ सिंह के घर गई थी।
बताया जा रहा है बारात विदाई के बाद जब कार से दूल्हा मोनू कुमार अपनी दुल्हन ललिता देवी के साथ सात लोगों के साथ रजमडीहल गांव अपने घर लौट रहे थे कि उसी दौरान सिकरौल पेट्रोल पंप के समीप विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक से सीधी भिड़ंत हो गई थी।
इसमें दूल्हा-दुल्हन सहित सात लोग जख्मी हो गए थे। जिसके बाद गंभीर हालत में दूल्हा मोनू कुमार व दुल्हन ललिता देवी को इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया था। इस बीच गुरुवार की दोपहर दुल्हन ललिता देवी ने दम तोड़ दिया। जबकि, दूल्हा मोनू कुमार भी जिंदगी व मौत से बीच जूझ रहा है।
