अल्मोड़ा:: भारतीय जनता पार्टी अल्मोड़ा कार्यालय मे अहिल्या बाई होलकर की 300 वी जयंती के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य, विशिष्ट अतिथि के रूप मे कुंदन परिहार व राज्य मंत्री गंगा बिष्ट सहित जिलाध्यक्ष महेश नयाल,प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा , नगर निगम के मेयर अजय वर्मा, जिला महामंत्री धर्मेंद्र बिष्ट, महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष लीला बोरा ने दीप जलाकर किया।
जिलाध्यक्ष महेश नयाल ने सबसे पहले सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि देश की मोदी सरकार आज हमारे महान पूर्वजों को याद करते हुए उनको आज की युवा पीढ़ी के सामने लाने का प्रयास कर रही है आज मोदी सरकार अहिल्याबाई होलकर के जीवन के प्रेरणा लेकर जनहित मे कार्य कर रही है।
मुख्य वक्ता कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर मराठा साम्राज्य की एक महान और लोकप्रिय महारानी थीं, उनका विवाह इंदौर राज्य के संस्थापक मल्हारराव होलकर के पुत्र खंडेराव से हुआ था। पति और ससुर की मृत्यु के बाद अहिल्याबाई ने राज्य की बागडोर संभाली और लगभग 30 वर्षों तक कुशलता से शासन किया।
अहिल्याबाई ने अपने शासनकाल में समाज सेवा, न्याय, और धर्म के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किए। उन्होंने भारत के कई तीर्थ स्थानों पर मंदिर, घाट, कुएँ, बावड़ियाँ और धर्मशालाएँ बनवाईं, साथ ही गरीबों के लिए अन्नक्षेत्र और प्याऊ भी स्थापित किए। वे खुद भी युद्ध में भाग लेती थीं और अपने राज्य की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहती थीं।
अहिल्याबाई ने महिलाओं और गरीबों के हितों का विशेष ध्यान रखा, शिक्षा को बढ़ावा दिया और समाज में नारी शक्ति का सम्मान बढ़ाया।
लेकिन आज भी लोग उन्हें उनकी दया, न्यायप्रियता और समाज सेवा के लिए याद करते हैं। अहिल्याबाई होलकर सच में लोकमाता थीं, जिन्होंने अपने कार्यों से महिलाओं और समाज को नई दिशा दी।
विशिष्ट अतिथि प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कुंदन परिहार ने अहिल्याबाई होलकर और मोदी सरकार में कई समानताएँ देखी जा सकती हैं। दोनों ने गरीबों, महिलाओं और समाज के वंचित वर्गों के उत्थान के लिए काम किया—अहिल्याबाई ने विधवाओं के लिए सुधार किए, महिला सेना बनाई और मंदिरों का पुनर्निर्माण कराया, वहीं मोदी सरकार भी महिला सशक्तिकरण, गरीबों के कल्याण और मंदिरों के जीर्णोद्धार जैसे कार्यों पर जोर देती है।
विशिष्ट अतिथि दर्जा राज्य मंत्री गंगा बिष्ट ने कहा की अहिल्याबाई होलकर का जन्म महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के चौंडी गाँव में एक सामान्य किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम मानकोजी शिंदे था। बचपन से ही वे बुद्धिमान और दयालु थीं। मात्र 10-12 वर्ष की उम्र में उनका विवाह इंदौर राज्य के संस्थापक मल्हारराव होलकर के पुत्र खंडेराव से हुआ।
अहिल्याबाई को जीवन में कई दुख झेलने पड़े—29 साल की उम्र में वे विधवा हो गईं, फिर पुत्र और ससुर की मृत्यु के बाद उन्होंने राज्य की बागडोर संभाली। उन्होंने करीब 30 साल तक मालवा और निमाड़ क्षेत्र में कुशलता से शासन किया, महिलाओं को सशक्त किया, मंदिर, घाट, कुएं, धर्मशालाएँ बनवाईं और गरीबों की मदद की। वे न्यायप्रिय, दयालु और प्रजापालक शासिका थीं, इसलिए उन्हें “लोकमाता” कहा जाता है। उनका निधन 13 अगस्त 1795 को हुआ।
कार्यक्रम का संचालन संयोजक आनंद डंगवाल ने किया।
इस अलसर पर नगर निगम के मेयर अजय वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा, जिला महामंत्री धर्मेंद्र बिष्ट, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष लीला बोरा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रवि रौतेला, गोविंद पिल्खवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष ललित लटवाल, दुग्ध संघ अध्यक्ष गिरीश खोलिया, महानगर अध्यक्ष विनीत बिष्ट, अरविन्द बिष्ट, बिट्टू कर्नाटक, सिकंदर पवार, किरन पंत,रमा जोशी, राधिका जोशी, निर्मला जोशी, मीना भैसोडा, बीना नयाल, पार्षद नगर महामंत्री अर्जुन बिष्ट, वसुधा पंत, मंडल अध्यक्ष संजय बिष्ट,मंडल अध्यक्ष नवीन बिष्ट, मंडल अध्यक्ष मंगल रावत, मंडल अध्यक्ष हरिश सिजवाली,मंडल अध्यक्ष हरिश प्रसाद,मंडल अध्यक्ष हरिश परिहार, मंडल अध्यक्ष डी के जोशी, राजेंद्र बिष्ट, मंडल अध्यक्ष गणेश जलाल, मंडल अध्यक्ष सुंदर राणा,राजन गैड़ा,
पार्षद मीरा मिश्रा, पार्षद नेहा टम्टा, पार्षद पूनम त्रिपाठी, पार्षद पूनम वर्मा, पार्षद् अमित साह, पार्षद संजय जोशी, लता पांडे, दीपा पांडे, दीपा अधिकारी,जगत तिवारी तारा जीना,निशा बिष्ट,रक्षित कार्की, आशीष कुमार, मनोज जोशी, कैलाश गुरुरानी, संजय डालाकोटी, आशीष गुरुरानी, कमल वर्मा,कमला तिवारी,पूनम पालीवाल, प्रेमा मेर,बिशन कनवाल,
त्रिलोचन जोशी, सुनील कर्नाटक, मनोज तिवारी, बालकृष्ण तिवारी, चंदन लाल, आनन्द भोज,हितेश भट्ट,ललिता पंचपाल, रमेश कांडपाल, आदि अनेक लोग उपस्थित रहे।
