कोरोना ने फिर बढ़ाई चिंता, देश में सक्रिय मरीजों की संख्या 250 के पार, केंद्र सरकार अलर्ट

देश में कोरोना फिर से दस्तक देने लगा है। हालात पर नजर रखी जा रही है। अब तक ढाई सौ से ज्यादा लोग एक्टिव मरीज…

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देश में कोरोना फिर से दस्तक देने लगा है। हालात पर नजर रखी जा रही है। अब तक ढाई सौ से ज्यादा लोग एक्टिव मरीज के रूप में सामने आ चुके हैं। इसी को देखते हुए शनिवार को केंद्र सरकार की तरफ से एक अहम बैठक बुलाई गई। इस मीटिंग की अगुवाई केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने की, जिसमें आईसीएमआर और एनसीडीसी के बड़े अधिकारी भी मौजूद रहे।

सूत्रों की मानें तो स्वास्थ्य मंत्रालय पूरी तरह से चौकस है। अलग-अलग एजेंसियों के जरिये पूरे देश में हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है। राहत की बात ये है कि अब तक सामने आए अधिकतर मामले ज्यादा गंभीर नहीं हैं। मरीजों को घर पर ही आराम दिया जा रहा है। हालांकि दिल्ली सरकार ने सतर्कता बढ़ा दी है। राजधानी के सभी अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। खास तौर पर बेड, ऑक्सीजन, जरूरी दवाओं और वैक्सीन के इंतजाम दुरुस्त रखने को कहा गया है। साथ ही कोरोना पॉजिटिव मिलने वाले हर सैंपल को लोकनायक अस्पताल भेजने के निर्देश दिए गए हैं ताकि उसकी जांच हो सके।

केंद्र सरकार ने यह साफ कर दिया है कि देश में कोरोना के दो नए वैरिएंट देखे गए हैं। इनके नाम एनबी.1.8.1 और एलएफ.7 हैं। ये दोनों वैरिएंट जानलेवा नहीं हैं और अभी तक इनसे जुड़ा कोई बड़ा खतरा नहीं देखा गया है। डब्ल्यूएचओ ने भी इस पर अपनी नजर रखी है। बताया है कि एशिया के कुछ हिस्सों में जरूर ये वैरिएंट एक्टिव हो गए हैं, लेकिन भारत में हालात फिलहाल काबू में हैं।

अगर आंकड़ों की बात करें तो इंसाकाग के डेटा के अनुसार अप्रैल में तमिलनाडु में एनबी.1.8.1 का एक मामला सामने आया था। मई में गुजरात में एलएफ.7 के चार केस मिले हैं। 19 मई तक देश में कुल 257 सक्रिय मरीज दर्ज किए जा चुके थे। भारत में सबसे ज्यादा मामले जेएन.1 वैरिएंट से जुड़े हैं।

शनिवार को देश में कोरोना से दो मौतें भी दर्ज की गई हैं। महाराष्ट्र के ठाणे में एक मरीज की जान गई, जबकि बेंगलुरु में 84 साल के बुजुर्ग की मौत हुई। महाराष्ट्र में 47, दिल्ली में 23 और केरल में अब तक 273 नए कोरोना केस दर्ज किए गए हैं।