गन्ने के खेत में दवाई डालने के दौरान 23 वर्ष से किस हिमांशु त्यागी की जहरीली दवा के चपेट में आ जाने से मौत हो गई। युवक की 27 नवंबर को शादी होने वाली थी। उसने बीटेक की पढ़ाई करने के बाद खेती का काम शुरू किया था।
खरखौदा क्षेत्र के गांव कोल निवासी हिमांशु त्यागी पुत्र पुनीत त्यागी सोमवार को अपने नौकर के साथ गन्ने के खेत में दवाई डालने गया था। वह सोमवार को यूरिया खाद में कीटनाशक दवाई मिलाकर डालने लगा। नौकर पास के खेत में खरपतवार की सफाई करने लगा।
काफी समय बीतने के बाद जब हिमांशु खेत से बाहर नहीं आया तो नौकर ने मौके पर जाकर देखा तो वह बेहोश हो गया था।
इसकी सूचना पास में काम करें अन्य दो किसानों को भी दी गई।
ग्रामीणों ने हिमांशु को गंभीर हालत में मेरठ के अस्पताल में भर्ती कराया जहां चिकित्सकों से मृत घोषित कर दिया। परिजन बिना पुलिस बुलाए कार्रवाही के शव को गांव ले गए और अंतिम संस्कार कर दिया।
हिमांशु के पिता पुनीत त्यागी का स्वास्थ्य काफी समय से ठीक नहीं था। हिमांशु बीटेक की पढ़ाई करने के बाद अपने पिता के साथ कृषि में हाथ बंटाने लगा था।
इकलौते चिराग हिमांशु का रिश्ता हापुड़ जनपद के गांव असोडा में तय हुआ था। 27 नवंबर को उसकी शादी तय हुई थी। हिमांशु की शादी को लेकर पूरा परिवार तैयारी में लगा था, लेकिन उसकी मौत के बाद परिवार पर गमों का पहाड़ टूट गया।
