उत्तराखंड पुलिस ने एम्स ऋषिकेश के एक जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर के खिलाफ 23 अप्रैल को अस्पताल परिसर में मिठाई बांटने के आरोप में केस दर्ज किया है। यह घटना पहलगाम आतंकी हमले के ठीक अगले दिन की बताई जा रही है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर ने आतंकी हमले में मारे गए पर्यटकों की हत्या का जश्न मनाने के लिए अस्पताल में मिठाई बांटी, जिससे स्थानीय लोगों की भावनाएं आहत हुईं। विश्व हिंदू परिषद के ऋषिकेश अध्यक्ष राजेंद्र पांडे की शिकायत पर 16 मई को ऋषिकेश पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि डॉक्टर ने रमजान समाप्त होने के एक महीने बाद मिठाई बांटने का दावा करते हुए कहा था कि वह ईद की मिठाई बांट रहा था। इस बयान के कारण आरोप लगे कि डॉक्टर ने जश्न मनाकर सांप्रदायिक नफरत भड़काने की कोशिश की।
पुलिस ने मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक आरोपी डॉक्टर से पूछताछ नहीं की गई है। डॉक्टर ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बताया है कि 23 अप्रैल को वह इमरजेंसी ओटी में तैनात थे। नर्सिंग स्टाफ ने ईद के मौके पर मिठाई मांगी थी, जिसके लिए उन्होंने खुशी और एकता के प्रतीक के रूप में मिठाई और खाना मंगवाया। डॉक्टर ने कहा कि उनका यह कदम गलत तरीके से पेश किया जा रहा है ताकि उनके खिलाफ सांप्रदायिक नफरत फैलाई जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि इस पूरे विवाद के चलते उन्हें मानसिक रूप से बहुत परेशानी हुई और अपने वरिष्ठों की सलाह पर घर लौट आए। डॉक्टर ने साफ कहा कि वे उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे जो उन्हें मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं। यह मामला अब जांच के दायरे में है और पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
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