पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में अल्मोड़ा के व्यापारियों की एकजुटता, केंद्र सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग

अल्मोड़ा: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा निर्दोष हिंदुओं की निर्मम हत्या के खिलाफ प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल, अल्मोड़ा ने गहरा शोक व्यक्त करते…

Almora traders unite against Pahalgam terrorist attack, demand strict action from central government

अल्मोड़ा: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा निर्दोष हिंदुओं की निर्मम हत्या के खिलाफ प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल, अल्मोड़ा ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार से कड़ा और निर्णायक कदम उठाने की मांग की है।

बृहस्पतिवार, 24 अप्रैल को व्यापार मंडल ने शोकसभा आयोजित कर इस नृशंस घटना की तीव्र निंदा की और देशहित में राजनीति से ऊपर उठकर कार्रवाई की अपील की।

सभा में मौजूद व्यापारियों ने कहा कि अब केवल शोक जताने या निंदा करने से काम नहीं चलेगा, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक और कठोर नीति अपनाने की जरूरत है। सभी ने यह भी कहा कि जिन-जिन जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों की इस मामले में प्रत्यक्ष या परोक्ष जिम्मेदारी बनती है, उन्हें अपने पदों से इस्तीफा देकर नैतिक जवाबदेही लेनी चाहिए।

सभा में यह मांग भी प्रमुखता से उठाई गई कि:
भारत सरकार इस हमले को केवल राजनीतिक दृष्टि से नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से देखे और कठोर कदम उठाकर आतंकियों और उनके मददगारों को सख्त सजा दे।

इस शोकसभा में प्रमुख रूप से मौजूद रहे: जिलाध्यक्ष सुशील साह, महामंत्री भैरव गोस्वामी, कार्यकारी जिलाध्यक्ष संजय अग्रवाल, संयुक्त महामंत्री दिनेश मठपाल, जिला मंत्री राकेश तिवारी, उपाध्यक्ष विजय भट्ट, आशु गोस्वामी, नगर महासचिव वकुल साह, सह सचिव अश्वनी नेगी, महेश चंद्र आर्य, दीप डांगी, कार्तिक साह, रक्षित कार्की, रंजन गुप्ता, बबलू गुप्ता, कैलाश वाणी, राकेश साह, राजेश साह, दानिश खान, मोह. बिलाल, मनोज वर्मा, अजीम अंसारी, साख़िब सिद्दीक़ी, दबीर सिद्दीकी, प्रीतेश पांडे, संजय मेहरा, दीपक नायक, नरेंद्र कुमार, अमित साह, अवि वर्मा, सुमित वर्मा, विजया साह, हिमांशु जोशी, रोहित जोशी, सपौल्लाह सहित कई व्यापारी।

व्यापारियों ने स्पष्ट कहा कि जब तक आतंकवाद के खिलाफ केंद्र सरकार एक निर्णायक नीति नहीं अपनाएगी, तब तक ऐसे हमले देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बने रहेंगे। सभी ने मिलकर एक स्वर में आतंक के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की जरूरत बताई।