प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के अवसर पर एक खास पहल की घोषणा की है। इस बार वे अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को महिलाओं को सौंपेंगे, जिससे वे अपने जीवन, संघर्षों और उपलब्धियों को पूरे देश और दुनिया के सामने साझा कर सकेंगी। रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री ने इस पहल का ऐलान किया और कहा, “आइए, हम महिलाओं की अदम्य शक्ति का सम्मान करें और इसे उत्सव के रूप में मनाएं।”
प्रधानमंत्री ने बताया कि इच्छुक महिलाएं नरेंद्र मोदी (NaMo) ऐप के जरिए इस पहल में शामिल हो सकती हैं। चुनी गई कुछ महिलाओं को 8 मार्च को प्रधानमंत्री के सोशल मीडिया अकाउंट्स (X, Instagram आदि) से अपनी कहानी साझा करने का अवसर मिलेगा। इससे पहले भी, 2020 में प्रधानमंत्री मोदी ने महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करने के लिए अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स सात प्रमुख महिलाओं को सौंपे थे। लाखों फॉलोअर्स वाले पीएम मोदी दुनिया के सबसे अधिक फॉलो किए जाने वाले नेताओं में से एक हैं, जिससे इस पहल को एक बड़ा मंच मिलेगा।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने बढ़ती मोटापे की समस्या पर चिंता जताई और लोगों से तेल के सेवन में 10% की कटौती करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अगर हर व्यक्ति 10 अन्य लोगों को ऐसा करने के लिए प्रेरित करे, तो यह सिलसिला आगे बढ़ सकता है और देश में स्वास्थ्य सुधार हो सकता है। उन्होंने एक रिसर्च का हवाला देते हुए बताया कि आठ में से एक व्यक्ति मोटापे से पीड़ित है और पिछले कुछ वर्षों में यह समस्या दोगुनी हो गई है, विशेष रूप से बच्चों में यह चार गुना बढ़ गया है, जो बेहद चिंताजनक है।
लोगों को फिटनेस के प्रति जागरूक करने के लिए प्रधानमंत्री ने ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा सहित कई प्रसिद्ध हस्तियों के ऑडियो संदेश भी सुनाए। उन्होंने स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और खानपान में सुधार करने की सलाह दी, जिससे देश में मोटापे की बढ़ती समस्या पर नियंत्रण पाया जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा की उपलब्धियों का भी जिक्र किया और कहा कि हाल ही में इसरो (ISRO) ने अपना 100वां रॉकेट लॉन्च किया, जो देश की वैज्ञानिक प्रगति का एक बड़ा संकेत है। उन्होंने युवाओं से विज्ञान और अनुसंधान में रुचि लेने और 28 फरवरी को ‘नेशनल साइंस डे’ पर एक दिन वैज्ञानिक बनने का संकल्प लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारत तेजी से अंतरिक्ष अनुसंधान और विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी बन रहा है और युवाओं को इसमें योगदान देना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में वन्यजीव संरक्षण को लेकर भी जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि भारत में कई अनोखे जीव-जंतु पाए जाते हैं, जो दुनिया में कहीं और नहीं मिलते। उन्होंने खासतौर पर गुजरात के गिर जंगलों में एशियाई शेरों और कर्नाटक के बाघों के संरक्षण में स्थानीय समुदायों की भूमिका को सराहा। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में प्रकृति और जीव-जंतुओं का विशेष महत्व है, और हमें उनके संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
पीएम मोदी की यह पहल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे न केवल महिलाओं को अपनी कहानियां साझा करने का मौका मिलेगा, बल्कि समाज को भी उनसे प्रेरणा लेने का अवसर प्राप्त होगा। सोशल मीडिया जैसे बड़े मंच का उपयोग महिलाओं की आवाज को बुलंद करने के लिए करना एक प्रभावी प्रयास साबित हो सकता है। प्रधानमंत्री की इस अनोखी पहल से देश की महिलाओं को प्रोत्साहन मिलेगा और वे अपनी सफलता की कहानियों को दुनिया तक पहुंचा सकेंगी।
