केरल के वायनाड में हुई भारी बरसात के चलते 4 जगहों पर भूस्खलन हुआ है। जिसमें करीब 4 गांवों के पुल, सड़कें और गाड़ियां बह चुकी है। हादसे में 120 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। वहीं 200 के करीब अभी भी लापता है।
रेस्क्यू के लिए आर्मी, एयरफोर्स SDRF और NDRF को लगाया गया है। वही इस बीच केरल सरकार ने राज्य में दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा को गई है। इस भूस्खलन में दूरदराज के कई गांव नष्ट हो गए तो कई मोहल्ले कीचड़ में इस तरह से सने हैं कि वहां से लोगों को बाहर निकाल पाना रेस्क्यू टीम के लिए मुश्किल हो रहा है।
वायनाड के 4 गांव मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में भूस्खलन हुआ है। पांच साल पहले भी भारी बारिश की वजह से यहां भूस्खलन हुआ था। जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई थी, करीब 52 घर तबाह हो गया था।
मौसम विभाग ने आज यानी बुधवार को राज्य के 8 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। यहां के सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। आज प्रियंका और राहुल गांधी वायनाड जाने वाले थे लेकिन खराब मौसम की वजह उन्हें लैंडिंग की इजाजत नहीं मिली।उन्होंने जल्द ही वायनाड जाने की बात भी कही है।
वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा में विपक्ष के नेता और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी सहित देश भर से वायनाड भूस्खलन हादसे पर शोक संवेदनाएं व्यक्त की गई है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक मंगलवार रात करीब 1 बजे तक 116 शवों का पोस्टमार्टम पूरा हो चुका है।
