Ranikhet: Pandit Khayaliram Sati was an ideal teacher, teachers and meritorious were honored in the teacher honor ceremony held in MIC
रानीखेत, 11जून 2024- पं.ख्यालीराम सती एक आदर्श शिक्षक थे, उनकी सीख व शिक्षा ने मुझे जीवन में आगे बढ़ने का रास्ता दिया।
उक्त विचार गाजियाबाद से आए वैज्ञानिक डा.एनसी तिवारी ने नगर के मिशन इंटर कालेज सभागार में सोमवार को संपन्न हुए पं. ख्यालीराम सती स्मृति शिक्षक सम्मान के अवसर पर आयोजित तृतीय सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा एक नेक विद्यार्थी को गढ़ने के लिए शिक्षकों में समर्पण की भावना होनी चाहिए। साथ ही कहा इस विद्यालय ने उन्हें अनुशासन ,शिक्षा, मैत्री भाव की प्रेरणा दी।जब भी मैं यहां आता,भावभिभूत हो जाता हूं।
विशिष्ट अतिथि डीएससीएल श्रीराम प्रालि के वाइस प्रेसिडेंट मनीष जोशी ने कहा कि शिक्षक ही श्रेष्ठ राष्ट्र व श्रेष्ठ समाज का निर्माता है। साथ ही उन्होंने इसे गौरवमयी पल बतलाते हुए कहा कि उनकी बेसिक से लेकर उच्च शिक्षा रानीखेत में हुई है। समारोह संयोजक वरिष्ठ पत्रकार विमल सती ने पं सती के जीवन वृत्त और कार्यक्रम रुपरेखा पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर अतिथियों ने ताड़ीखेत विख के पांच आदर्श शिक्षक शिक्षिकाओं को सम्मानित किया। जिसमें डा.विनीता खाती सहायक अध्यापिका राजूहा गाड़ी, रेखा बिष्ट प्रधानाध्यापिका राप्रावि बयेडी़ विनोद खुल्बे प्रधानाचार्य, सिटी मांटेसरी स्कूल गनियाद्योली, दामोदर पांडे प्रधानाध्यापक राप्रावि सौला- बिल्लेख व संगीता वर्मा पूर्व प्रधानाध्यापिका राप्रावि सिंगोली मुख्य रूप से शामिल हैं। वहीं कार्यक्रम में इसके अलावा यूके हाईस्कूल बोर्ड के हिंदी विषय में शत -प्रतिशत अंक लाने वाले दो विद्यार्थीयों को पंकजलता सती स्मृति हिंदी प्रतिभा सम्मान से नवाजा गया। जिसमें विवेकानंद विद्या मंदिर के विनय भट्ट व अंजू बिष्ट को पीजी कालेज की पूर्व प्राचार्या डा.जया पांडे व श्रीमती शांति सती ने पुरस्कृत किया। इस अवसर पर पं ख्यालीराम सती की कनिष्ठ पुत्री श्रीमती शांति सती को भी शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। समारोह की अध्यक्षता विद्यालय प्रधानाचार्य सुनील मसीह व संचालन मनोज जोज़फ ने किया। कार्यक्रम के मध्य विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम पेश किए गए।
इस मौके पर छावनी परिषद सदस्य मोहन नेगी, हरीश साह, गौरव भट्ट, दीपक पंत, एसएस राणा, सोनू सिद्दीकी, राजेन्द्र जसवाल, , कैलाश पांडे, कैलाश चंद्र सती सहित अनेक शिक्षक -शिक्षिकाएं व नागरिक मौजूद रहे।
