अल्मोड़ा। रानीखेत निवासी डॉक्टर एनसीसाह पुत्र गौरी लाल साह, निवासी- जगाती गंज, सदर बाजार, रानीखेत अल्मोड़ा ने अपने पूर्वज रायसाहब हरकिशन लाल साह की 0.32 बोर की रिवाल्वर (सीरियल नम्बर 1984) 5 जिन्दा कारतूस सहित एवं 0.410 बोर की स्टिक गन ( सीरियल नम्बर 527) 1 जिन्दा कारतूस(100 years old Colt revolver and stick gun) सहित तथा दोनों शस्त्रों की लाईसेन्स बुक पं० गोविन्द बल्लभ पंत, राजकीय संग्रहालय(museum), अल्मोड़ा को दान स्वरूप भेंट की है।

यह दोनों (100 years old Colt revolver and stick gun) ऐतिहासिक शस्त्र हैं और 100 साल पुरानी हैं। यह माना गया है कि 1922 में भारत में केवल 13 ही स्टिक गन उपलब्ध थीं जिसमें से एक यह भी है।
उपरोक्त कोल्ट रिवाल्वर व स्टिक गन रायसाहब हरकिशन लाल साह द्वारा ब्रिटिश आफिसर से 1922-23 में खरीदी गयी थी।
यह स्टिक गन अपने आप में एक अद्भुत शस्त्र है, जो कि सामान्यतः एक छड़ी के रूप में प्रतीत होती है, परन्तु यह एक सिंगल बैरल गन है, जिसकी मारक क्षमता 150 गज है।
उपरोक्त शस्त्रों (100 years old Colt revolver and stick gun)को राजकीय संग्रहालय(museum), अल्मोडा में लाने हेतु डॉ० चन्द्र सिंह चौहान, प्रभारी निदेशक, राजकीय संग्रहालय, अल्मोड़ा, जन्मेंजय तिवारी, वीथिका सहायक राजकीय संग्रहालय, अल्मोड़ा, रवि बिष्ट राजकीय संग्रहालय, अल्मोडा, चन्द्र शेखर उपाध्याय, छायाकार, क्षेत्रीय पुरातत्व इकाई, अल्मोडा आदि गये थे।
इस अवसर पर डॉ० एनसीसाह, राजीव साह, एमसी साह आदि मौजूद थे।
पुरातत्व महत्व की कलाकृतियों को museum को दान करने की अपील
डॉ० चौहान द्वारा आम जनता से अपील की है कि यदि आपके पास कोई ऐतिहासिक, पुरातात्विक महत्व की वस्तुएं / कलाकृतियां जैसे सिक्के, ताम्र पत्र, मूर्तियां, पाण्डुलिपियां, शस्त्र, आभूषण आदि उपलब्ध हो तो उन्हें पं० गोविन्द बल्लभ पंत, राजकीय संग्रहालय, अल्मोड़ा को दान स्वरूप भेंट करने का कष्ट करें।
