Almora – बयान पर जताई आपत्ति, कहा कर्नाटकखोला में ही नही नंदादेवी में भी हुई थी वर्चुवली रामलीला

Newsdesk Uttranews
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श्री नंदा देवी रामलीला कमेटी के अध्यक्ष कुलदीप मेर ने उस बयान पर आपत्ति जताई है कि केवल कर्नाटकखोला में ही वर्चुवली रामलीला आयोजित की गई थी। 
यहां जारी बयान में मेर  ने कहा कि विगत वर्ष प्रशासन से अनुमति लेकर नंदादेवी में कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए तीन दिवसीय रामलीला का मंचन किया गया और इसे वर्चुवली माध्यम से लोगों ने देखा था। कहा कि ऐसी खबरे सुनने में आ रही है कि भुवनेश्वर महादेव मंदिर और रामलीला समिति कर्नाटक खोला के पदाधिकारियों के अनुसार उनके वहां ही 2020 में रामलीला का मंचन किया गया। कहा कि उक्त पदाधिकारी यह संबोधित करते हुए नज़र आ रहे हैं कि पिछले वर्ष पूरे अल्मोड़ा नगर में उनके वहाँ ही रामलीला का मंचन वर्चुअल माध्यम से और जो दर्शक मंचन देखने आए, उन्होंने सोशियल डिस्टेंसिग रख कर रामलीला का आंनद लिया। 

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मेर ने कहा कि श्री नंदा देवी रामलीला कमेटी उक्त कमेटी के पदाधिकारी के कथन का पुरजोर खंडन करती है। और रामलीला नंदा देवी की रामलीला पुरातन समय से आयोजित की जा रही है और पिछले वर्ष कोरोना प्रोटॉकाल के अनुसार तीन दिन की रामलीला आयोजित की गई थी। 
मेर ने कहा कि सभी लोग रामकार्य में अपना सहयोग करें और अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करें। और इसी अनुसार अपनी कमेटी का प्रचार प्रसार भी करें लेकिन किसी की भावनाओ को आहत न करें।

मेर ने कहा कि श्री नंदा देवी रामलीला कमेटी का ऐतिहासिक महत्व है, अल्मोडा नगर और आसपास के क्षेत्रों की रामलीला का उदगम कहीं न कहीं अल्मोड़ा नगर की और पूरे कुमाऊं की सबसे प्राचीनतम और ऐतिहासिक रामलीलाओं में से एक श्री नंदा देवी रामलीला कमेटी से संबंधित है। पूर्व में कई रंगकर्मियों और सांस्कृतिक प्रेमियों ने इस रामलीला में अपना सहयोग किया है और ऐतिहासिक मंच में अपना अभिनय देकर अपना योगदान दिया है। 
मेर ने कहा कि श्री नंदा देवी रामलीला कमेटी अल्मोड़ा सभी रामलीला कमेटियों का सम्मान करती है, और अपनी संस्कृति और विरासत को आगे बढ़ाने में सभी रामलीला कमेटियों के सहयोग के लिए धन्यवाद करती है। कोरोना संक्रमण के इस दौर में श्री नंदा देवी रामलीला कमेटी का प्रयास रहेगा कि अगर स्थितियों में सुधार होगा और तो शासन प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करते हुए पूर्व के वर्षों की भांति इस वर्ष भी कोरोना गाइडलाइंस का अनुपालन करते हुए रामलीला का मंचन करने का प्रयास किया जाएगा जिसके लिए शीघ्र बैठक कर निर्णय लिया जाएगा।