मुंबई। अभिनेत्री पद्मा खन्ना (Padma Khanna) ने अपने अभिनय से रानी कैकेयी के किरदार में जान फूंक दी थी कि लोग असल जिंदगी में उनसे नफरत करने लगे थे। एक कलाकार की खासियत ही यही होती है कि वो अपने रोल से पहचाना जाए। हालांकि अब पद्मा खन्ना चकाचौंध की दुनिया से दूर हैं। पद्मा खन्ना ने अपने करियर की शुरुआत वैसे तो भोजपुरी फिल्मों से की। साल 1961 में फिल्म ‘भईया’ से उन्होंने मुख्य अभिनेत्री के तौर पर डेब्यू किया। साल 1970 में पद्मा खन्ना को फिल्म ‘जॉनी मेरा नाम’ में बड़ा ब्रेक मिला।
पद्मा खन्ना को आज भी अमिताभ बच्चन के साथ ‘सौदागर’ फिल्म के लिए याद किया जाता है। इस फिल्म का गाना ‘सजना है मुझे’ काफी मशहूर हुआ था। इसके बाद उन्होंने अलग-अलग भाषाओं की करीब 400 फिल्मों में काम किया, लेकिन ज्यादातर फिल्मों में उन्हें डांसर के ही रोल मिले। फिर चाहे फिल्म ‘लोफर’ हो, ‘ जान-ए-बहार’ हो या फिर ‘पाकीजा’। ‘आज की राधा’ और ‘टैक्सी चोर’ जैसी कुछ ऐसी फिल्में रहीं जिनमें पद्मा ने अपनी एक्टिंग से इंप्रेस किया। फिल्म ‘पाकीजा’ में पद्मा खन्ना ने मीना कुमारी के बॉडी डबल का रोल किया था।
दरअसल जब मीना कुमारी के पति कमाल अमरोही फिल्म ‘पाकीजा’ बना रहे थे तो उस दौरान मीना कुमारी बीमार पड़ गईं और शूटिंग के लिए नहीं आ पाईं। ऐसे में पद्मा को ही मीना कुमारी के बॉडी डबल के तौर पर इस्तेमाल किया गया था। फिल्म के गाने ‘इन्हीं लोगों ने’ और ‘ठाढ़े रहियो’ में कैमरे का एंगल बदलकर पद्मा (Padma Khanna) को ही मीना कुमारी की तरह दिखाया गया है।
पद्मा खन्ना ने 90 के दशक में फिल्म निर्देशक जगदीश एल सिडाना से शादी कर ली। सिडाना से पद्मा खन्ना की मुलाकात फिल्म ‘सौदागर’ के सेट पर हुई थी। उस फिल्म में सिडाना असिस्टेंट डायरेक्टर थे। कुछ सालों बाद पद्मा खन्ना और सिडाना ने शादी कर ली। सिडाना ने कई फिल्में डायरेक्ट कीं, कई फिल्में प्रोड्यूस कीं और उनमें पद्मा खन्ना ने एक्टिंग की। शादी के बाद पद्मा खन्ना ने फिल्मों को अलविदा कह दिया।
शादी के बाद पद्मा खन्ना अमेरिका चली गईं। वहां उन्होंने इंडियानिका डांस एकेडमी खोली जिसमें वह बच्चों से लेकर बड़ों को क्लासिकल डांस सिखाती हैं। पद्मा (Padma Khanna) ने यह डांस एकेडमी अपने पति के साथ मिलकर खोली लेकिन कुछ साल पहले पद्मा खन्ना के पति की मौत हो गई और डांस एकेडमी व घर की सारी जिम्मेदारी पद्मा खन्ना के ऊपर आ गई।
कहा जाता है कि पद्मा खन्ना (Padma Khanna) ने रामानंद सागर की ‘रामायण’ में ‘कैकेयी’ का किरदार निभाने से इनकार कर दिया था। उनका मानना था कि कैकेयी का चरित्र काफी नकारात्मक था। लेकिन रामानंद सागर ने उनसे कुछ कहा तो पद्मा कभी मना नहीं कर सकीं। रामानंद सागर ने कहा था, ‘लोग रामायण में किसी को भी भूल सकते हैं लेकिन कैकेयी को कभी नहीं भूल सकते।’

