Corona- बीमार बेटे की दवा के लिए मजदूर पिता ने चलाई 300 किमी साइकिल, लोगों ने सिस्टम को कोसा

Newsdesk Uttranews
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उत्तरा न्यूज डेस्क, 02 जून 2021- कर्नाटक के मैसूर जिले के छोटे से गांव कोप्पलू के रहने वाले आनंद की हिम्‍मत की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है। इसके पीछे की वजह काफी इमोशनल करने वाली है। गरीब मजदूर आनंद ने अपने बेटे की दवा लाने के लिए 300 किलोमीटर साइकिल चलाई है।
बेटे के प्रति प्रेम और इस दिलेरी के लिए जहां एक ओर लोगों ने आनंद की सराहना एवं प्रशंसा की वहीं, दूसरी ओर लोगों द्वारा सिस्टम की भी खूब आलोचना की जा रही है।

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दरअसल, आनंद के बेटे का पिछले 10 वर्षों से बेंगलुरु के एक अस्पताल से इलाज चल रहा है। कोरोना संक्रमण के कारण कर्नाटक में लॉकडाउन लागू है। जिस कारण सार्वजनिक वाहन बंद है। बच्चे की जान बचाने के लिए आनंद ने बेंगलुरु तक का सफर साइकिल से तय करने का फैसला किया। आनंद 23 मई को घर से ​निकले और 26 मई को वापस घर पहुंचे।

बेंगलुरू के जिस हॉस्पिटल में वह दवाई लेने पहुंचे, जब​ वहां के डॉक्टरों को उनके साइकिल से सफर करने का पता लगा तो हर कोई हैरत में पड़ गया और उनकी हिम्मत की दाद देने लगे।

आनंद ने कहा, ‘मैंने अपने बेटे की दवाओं के बारे में पता किया, लेकिन वे दवाएं यहां उपलब्ध नहीं थीं। मेरे बेटे की दवा की खुराक एक दिन के लिए भी नहीं छोड़ी जा सकती। फिर मैं साइकिल से बेंगलुरु के लिए रवाना हुआ।’

बता दें कि आनंद के बेटे के अलावा उनकी एक बेटी भी है। आनंद ने बताया कि लगातार साइकिल चालाने के बाद अब उसकी कमर में काफी दर्द हो रहा था। पैरों में भी छाले हो गए हैं।

उनकी इस लंबी यात्रा की खबर फैलते ही कई स्‍थानीय नेता भी उनसे मिलने पहुंचे। जब इन नेताओं की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो कई लोगों ने इन नेताओं को जमकर खरी-खोटी सुनाईं। इस खबर के सामने आने के बाद लोग सिस्टम की भी आलोचना कर रहे है।