पालघर के विरार में बुधवार को एक भयानक हादसा हुआ जब रामाबाई अपार्टमेंट का पिछला हिस्सा अचानक ढह गया। इस हादसे में 17 लोगों की जान चली गई जिसमें एक मां और उसकी बेटी भी शामिल हैं। एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है और राहत बचाव का काम पूरे जोश के साथ जारी है। यह चार मंजिला इमारत 2012 में बनाई गई थी लेकिन पूरी तरह गैरकानूनी थी।
हादसे के तुरंत बाद पुलिस ने इमारत के बिल्डर को हिरासत में ले लिया। वसई विरार नगर निगम की शिकायत पर कार्रवाई की गई। नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स की दो टीमें मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुटी हैं। पालघर की जिला कलेक्टर ने बताया कि मलबे में अभी भी लोगों के फंसे होने की संभावना है।
राहत कार्य शुरू में हाथों से किया गया क्योंकि इलाके में भारी मशीनें नहीं पहुंच सकती थीं। अब मशीनों की मदद से मलबा हटाया जा रहा है। वीवीएमसी के असिस्टेंट कमिश्नर ने बताया कि काम तेजी से चल रहा है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने कहा कि जिस चॉल पर इमारत का हिस्सा गिरा वह खाली था जिससे बड़ा नुकसान टल गया। आसपास की दूसरी चॉलों को भी खाली करा दिया गया और लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया।
रामाबाई अपार्टमेंट में कुल 50 फ्लैट थे जिनमें से 12 फ्लैट उस हिस्से में थे जो ढह गया। वीवीएमसी ने बताया कि यह इमारत बिना इजाजत बनाई गई थी। इस हादसे ने कई परिवारों को बेघर कर दिया। प्रभावित लोगों को चंदनसर समाज मंदिर में ठहराया गया है जहां उन्हें खाना पानी दवाइयां और अन्य जरूरी चीजें मुहैया कराई जा रही हैं।
