उत्तराखंड के 14 लाख परिवारों को राशन की दुकान में उसे हर महीने आयोडीन युक्त 1 किलो नमक ₹8 प्रति किलोग्राम के हिसाब से मिलेगा। शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नींबू वाला स्थित हिमालय सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में नमक पोषण योजना को लांच किया।
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हर जरूरतमंद और गरीब व्यक्ति को अधिक से अधिक सुविधाएं देना है। भविष्य में आम आदमी के जीवन के स्तर में सुधार आए और उसकी जिंदगी सरल बने इसके लिए कुछ योजनाएं भी शुरू की जा रही हैं।
बताया जा रहा है कि नामक योजना के दायरे में प्रदेश के करीब 14 लाख अंत्योदय परिवार और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े प्राथमिक परिवार आएंगे। बाजार में इस नमक का मूल्य करीब 30 रुपए प्रति किलो है लेकिन राशन कार्ड धारक को यह नमक ₹8 किलो में देने का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार गरीब कल्याण योजनाओं पर काम किया जा रहा है। हर वर्ग, हर धर्म, हर क्षेत्र, हर भाषाभाषी के आर्थिक उत्थान और जीवन को सरल बनाने की वाली योजनाएं शुरू की गई हैं और उनका हर वर्ग उनका लाभ पा रहा है।
जबकि वर्ष 2014 से पहले की सरकारों की योजनाओं का फोकस केवल एक चुनिंदा वर्ग को लाभ पहुंचाने के लिए होता था। प्रधानमंत्री की योजनाओं का असर है कि देश के 25 करोड़ लोग गरीबी की रेखा से बाहर निकल आएं है। उत्तराखंड में भी नौ लाख लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं।
खाद्य मंत्री रेखा आर्य का कहना है कि प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को पोशाक अन्न मुहैया कराने के लिए लगातार प्रयास कि जा रहे हैं। नमक पोषण योजना भी इसी संकल्प का एक हिस्सा है। यह नमक न केवल स्वाद देखा बल्कि आयोडीन युक्त होने की वजह से स्वास्थ्य भी देगा।
आर्या ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कि सरकार मातृशक्ति को केंद्रित करते हुए योजनाएं बनाती आ रही है। इस दौरान प्रमुख सचिव एल फैनई, आयुक्त हरिचंद सेमवाल, अपर सचिव रुचि मोहन रयाल, अपर आयुक्त पीएस जंगपागी आदि मौजूद रहे।
