देहरादून। उत्तराखंड सरकार हर साल समाज में उल्लेखनीय काम करने वाली महिलाओं को तीलू रौतेली सम्मान देती है और शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर योगदान देने वाले शिक्षकों को शैलेश मटियानी राज्य शिक्षक सम्मान से नवाजा जाता है। इसका उद्देश्य महिलाओं को आगे बढ़ाने के साथ ही शिक्षा को और मजबूत करना है।
इस बार तीलू रौतेली सम्मान के लिए महिला सशक्तिकरण और बाल विकास विभाग ने तेरह महिलाओं का चयन किया है। इन महिलाओं को चार सितंबर को देहरादून में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा। इसी आयोजन में तैंतीस आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
महिला सशक्तिकरण मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी क्षमता से कहीं अधिक काम कर रही हैं और प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में उन्होंने नई मिसालें कायम की हैं। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी बहनों को सशक्त करना सरकार की जिम्मेदारी है और इस दिशा में सरकार कभी पीछे नहीं हटेगी। मंत्री आर्या का कहना है कि महिला सशक्तिकरण की असली ताकत यही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां हैं और इन्हें इसका हक जरूर मिलना चाहिए।
इसी तरह शिक्षा विभाग ने भी शैलेश मटियानी राज्य शिक्षक पुरस्कार दो हजार चौबीस की घोषणा की है। इस बार प्रदेश के तेरह शिक्षकों का चयन किया गया है जिन्हें पांच सितंबर को सम्मानित किया जाएगा। इनमे प्राथमिक विद्यालयों से लेकर माध्यमिक शिक्षा संस्थानों और संस्कृत शिक्षण के शिक्षक शामिल हैं जिन्होंने शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
