Uttarakhand— विधानसभा उपाध्यक्ष ने पेश किया विशेषाधिकार हनन का मामला, डीएम अल्मोड़ा के खिलाफ जांच करायेगी सरकार!

Newsdesk Uttranews
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Uttarakhand- visheshadhikar hanan ka mamla, dm almora ke khilaf jaanch karayegi sarkar

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देहरादून, 23 दिसंबर 2020
​उत्तराखण्ड (Uttarakhand) विधानसभा के शीत सत्र में उस समय राजनीतिक तापमान बढ़ गया जब विधानसभा उपाध्यक्ष व अल्मोड़ा विधायक रघुनाथ सिंह चौहान ने अल्मोड़ा के जिलाधिकारी के खिलाफ विशेषाधिकार के हनन की शिकायत की।

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बताया जा रहा है कि विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने तीन दिन पूर्व ही विधानसभा में अल्मोड़ा के जिलाधिकारी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के मामले में शिकायत की।

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इस मामले में पूछे जाने पर विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने स्वीकार किया कि उन्होंने संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक और विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल को ​अल्मोड़ा के जिलाधिकारी के ​खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला सौंपा था और विधानसभा के पटल पर आने के बाद इस मामले में चर्चा होनी बाकी है। (Uttarakhand)

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चौहान ने बताया कि एक गर्भवती महिला की मौत को लेकर अल्मोड़ा में लोग धरने पर थे और लोगों ने इस मामले में जांच की मांग की थी। इसके अलावा नगर के 2 अन्य लोगों की भी आक्सीजन की कमी के कारण मौत हुई। जबकि शासन स्तर से स्वास्थ्य विभाग को 25 वेंटिलेटर सौंपे गए है। लेकिन प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग इन्हें संचालित नहीं कर पाया।

चौहान का आरोप है कि मामले को लेकर उन्होंने डीएम से बात की और इस संबंध में सीएमओ के साथ बैठक करने को कहा तो, डीएम ने बैठक में सीएमओ को भेजने से मना कर दिया।

उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र के (Uttarakhand) अल्मोड़ा कलक्ट्रेट में हो रहे निर्माण कार्य की उन्हें जानकारी तक नहीं दी गई। कहा कि उन्हें यह जानकारी है कि 16 करोड़ रूपया मल्ला महल कलक्ट्रेट के सौंदर्यीकरण तथा 36 करोड़ नवनिर्मित कलक्ट्रेट के लिये दिया गया है।

उन्होंने कहा कि यह हमारी विरासत है और इस विरासत को खुर्द बुर्द करने का अधिकार इन्हें किसने दिया। चौहान ने कहा कि ​विधानसभा क्षेत्र के भीतर किसी भी विकास कार्य के शिलान्यास, लोकार्पण के कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्रीय विधायक के द्वारा की जाती हैं लेकिन प्रशासन की ओर से उन्हें कार्यक्रमों में बुलाया तक नहीं जाता।

विधानसभा उपाध्यक्ष चौहान ने कहा कि प्राधिकरण समेत इस तरह के कई सारे मामले हैं, ​जिस पर उन्हें सख्त नाराजगी है। इन मामलों को अभी सार्वजनिक न करने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि सत्र में वह इन सभी मामलों को उठाएंगे।

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