चितई मंदिर को ट्रस्ट(Trust) बनाने का निर्णय लंबे संघर्ष का सुखद परिणाम -उपपा

उत्तरा न्यूज डेस्क
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The decision to make Chittai temple a trust is a happy outcome of the long struggle – UPPA

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अल्मोड़ा,06जुलाई 2020- न्याय के मंदिर के रूप में विख्यात चितई गोलू मंदिर के ट्रस्ट(Trust) बनाए जाने काे उपपा ने लंबे संघर्ष का सुखद परिणाम बताया है.

उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने चितई मंदिर की व्यवस्था के लिये, उच्च न्यायालय के आदेश के बाद ट्रस्ट (Trust)बनाये जाने का स्वागत किया है.

उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष व माफिया संस्कृति विरोधी जन अभियान के संयोजक पीसी तिवारी ने कहा राज्य के आंदोलनकारियों को चितई मंदिर समेत यहां की सांस्कृतिक संस्थाओं में माफियाओं की घुसपैठ के खिलाफ माफिया संस्कृति विरोधी जन अभियान के माध्यम से कड़ा संघर्ष करना पड़ा था.

ट्रस्ट (Trust)बनाने की मांग का सुखद परिणाम आज

तिवारी ने कहा कि ट्रस्ट बनाने की मांग आज पूरी हुई है यानि सुखद परिणाम आज सामने आया है. पीसी तिवारी ने कहा कि राज्य बनने के तत्काल बाद शराब के कुख्यात व्यापारी व उनके गुर्गों ने चितई मंदिर के कतिपय पुजारियों से मिल कर मंदिर के स्वरूप को बदलकर कर वहां जनता द्वारा चढ़ाई गई घंटियों को गला कर बड़े- बड़े घंटे बना कर अपने नाम लिख दिये थे और मंदिर के मुख्य द्वार पर हिस्ट्री सीटर अपराधी का शिलापट लगा दिया था.

जिसको लेकर माफिया विरोधी जन अभियान ने आर -पार के संघर्ष कर उन्हें पीछे हटने को मजबूर किया था.

उपपा अध्यक्ष ने कहा उत्तराखंड की जनता को शासन प्रशासन में प्रभाव जमाये माफियाओं के खिलाफ पूरे राज्य में असामाजिकता को समाजिक मान्यता न देने व उन्हें महिला मण्डित करने वाले सफेदपोशों के खिलाफ अभियान चलाया था.

कहा कि चितई को ट्रस्ट(Trust) बनाने की मांग की थी.जो आज पूरी हो गई है. उन्होंने कहा कि उपपा सामाजिक बदलाव के संघर्ष को जारी रखेंगी.

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