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PIthoragarh- लोकतांत्रिक मूल्यों की मजबूती के लिए हो रही सद्भावना यात्रा

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पिथौरागढ़। राष्ट्रीय सदभावना यात्रा, उत्तराखंड की जनता के साथ लोकतांत्रिक मूल्य, सामाजिक सद्भाव और सौहार्द, पर्यावरणीय मूल्य तथा आजीविका-पलायन जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर संवाद स्थापित कर रही है। यात्रा के दौरान विगत 100 वर्षों के सामाजिक-सांस्कृतिक आर्थिक और लोकपक्षीय राजनीति के स्थानीय नायकों के जीवन तथा उनके योगदान पर भावी पीढ़ी के साथ भी बातचीत कर रही है, जिससे कि हमारे लोकतांत्रिक मूल्य मजबूत हों और लोक जीवन बेहतर हो सके।

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यह बात बुधवार को पिथौरागढ़ नगरपालिका सभागार में सद्भावना यात्रा के संयोजक भुवन पाठक ने पत्रकारों से वार्ता में कही। इसके बाद यात्रा के उद्देश्यों के संदर्भ में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें 8 मई से शुरू हुई और आगामी 20 जून तक आयोजित इस यात्रा के उद्देश्यों और विभिन्न पहलुओं पर लोगों ने अपनी बात रखी। इसे एक सराहनीय पहल बताते हुए यात्रा में स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे मुद्दों पर भी संवाद कायम करने की जरूरत पर बल दिया।

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कुछ वक्ताओं ने यात्रा के केंद्रीय विषय सद्भावना को आज के समय में बचाए रखने को सबसे महत्वपूर्ण बताया और कहा कि देश में सामाजिक सद्भाव को छिन्न-भिन्न करने की राजनीतिक-सामाजिक कोशिशों को भी हमें स्पष्ट रूप से चिन्हित कर उसके खिलाफ सामूहिक रूप से संघर्ष करना पड़ेगा। गोष्ठी में उत्तराखंड सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष इस्लाम हुसैन, साहब सिंह सजवाण, गोपालजी, बसंती बहन, भाकपा माले नेता गोविंद कफलिया, कांग्रेस के खीमराज जोशी और आरंभ स्टडी सर्किल के महेंद्र सिंह रावत समेत अनेक छात्र युवाओं ने बात रखी। इस मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष त्रिलोक महर, देवा लुंठी समेत यात्रा में शामिल अनेक वरिष्ठ नागरिक और स्थानीय युवा उपस्थित थे।

गोष्ठी के बाद यात्रा जिला मुख्यालय के नजदीक स्वतंत्रता सेनानी स्व कृष्णानंद उप्रेती के गांव हुड़ेती गई और स्व उप्रेती के पैतृक आवास पर एक सभा का आयोजन कर उत्तराखंड के नायकों को याद किया। पिथौरागढ़ से यात्रा अस्कोट होते हुए धारचूला और फिर मुनस्यारी जाएगी।