Community library started in didihat
पिथौरागढ़। डीडीहाट (didihat) नगर के अंबेडकर वार्ड में ‘एक लक्ष्य’ पुस्तकालय की शुरुआत जन सहयोग से की गई है। इसका उद्देश्य नगर में शिक्षा के महत्व को जन-जन तक पहुंचाना है तथा बच्चों में पढ़ने की संस्कृति को विकसित करना है। साथ ही डीडीहाट उच्च गुणवत्ता वाली पठन-पाठन सामग्री उपलब्ध करवाना भी इस मुहिम का हिस्सा है।
इस मुहिम की शुरुआत सोशल मीडिया के माध्यम से जन संपर्क कर धनराशि और किताबें जुटाकर की गई। पुस्तकालय की स्थापना के लिए अनेक व्यक्तियों ने आर्थिक मदद की जिससे लगभग 1000 किताबें उपलब्ध कराई गई हैं। नगर और आस पास के गांवों में किताबों से प्रेम और पढ़ने की संस्कृति को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से स्थापित पुस्तकालय में समय समय पर विभिन्न विषयों पर कार्यशालाएं, विज्ञान गतिविधियां, कैरियर काउंसलिंग और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ये व्याख्यान आयोजित किए जाएंगे, जिसका लाभ स्थानीय जनता को मिल सके। यहां पर साहित्य, विज्ञान, इतिहास, भाषा, सामान्य अध्ययन, समसामयिक विषय, शिक्षा, बाल साहित्य सहित विभिन्न पत्र पत्रिकाएं भी उपलब्ध होंगी।
पुस्तकालय के अध्यक्ष गोविंद बोरा ने बताया कि डीडीहाट (didihat) नगर में भी अब युवाओं को स्तरीय पुस्तकें पढ़ने को मिल सकेंगी और उनका प्रयास इन्हें बेहतर भविष्य के निर्माण में सहयोग देना रहेगा। कोषाध्यक्ष जयदीप कन्याल ने पुस्तकालय के गठन के लिए सभी सहयोगियों व दानदाताओं का आभार जताया।
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पुस्तकालय के शुभारंभ के अवसर पर पिथौरागढ़ से डीडीहाट (didihat) गए शिक्षक दिनेश भट्ट ने पुस्तकालय को विज्ञान पर अच्छी-अच्छी पुस्तकें भेंट की और किताबों को जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने वाला प्रमुख साधन बताया। मुनस्यारी से आए शिक्षक तारा सिंह चुफाल ने बच्चों के बीच पुस्तकालय प्रारंभ करने के अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने अपने गांव में बच्चों के लिए एक पुस्तकालय बनाया है जिसका लॉकडॉउन के दौरान गांव के बच्चों ने अच्छा इस्तेमाल किया।
शिक्षक अशोक खड़ायत ने युवाओं की इस पहल का स्वागत किया और शिक्षक समाज से इस कार्य में सहयोग की अपील की। मस्मोली इंटर कॉलेज के प्रभारी प्रधानाचार्य धीरज खड़ायत ने भी अपने क्षेत्र में पुस्तकालय शुरू किया है, जिसकी बच्चों के बीच लोकप्रियता बढ़ रही है।
कार्यक्रम का संचालन शिक्षक कमलेश उप्रेती ने किया। इसमें चन्द्र शेखर सामंत, माधुरी रावत, कल्पना सामंत, आकांक्षा रावत, विजय जेठी, डॉ लोकेश डसीला, सबल सिंह धामी, हिमांशु विश्वकर्मा, बलवंत बिष्ट सहित बड़ी संख्या में बच्चे उपस्थित थे।
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