kisano, pashupalako ko mamuli sharto par rin uplabdh karae bank
अल्मोड़ा, 15 अक्टूबर 2020
उत्तराखंड क्रांति दल ने आवेदन करने वाले किसानों व पशुपालकों को मामूली शर्तों पर बैंक से ऋण उपलब्ध कराने की मांग की है। उन्होंने बैंक प्रबंधकों पर मामले में टालमटोली करने का आरोप लगाया है।
उत्तराखण्ड क्रांति दल के केन्द्रीय उपाध्यक्ष ब्रहमानंद डालाकोटी व जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला ने सरकार द्वारा एकीकृत कृषि एवं पशु विकास योजना के अंतर्गत बनायी जा रही साख सीमा को बनाने मे पशु पालको को हो रही कठिनाइयों को दूर करने तथा अलग—अलग बैंको द्वारा अपनायी जा रही प्रक्रिया में एकरूपता लाये जाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक द्वारा जहां पशुपालक को एक पशु पर 31 हजार रुपये की साख सीमा मात्र दस रुपये के स्टाम्प पेपर पर बनायी जा रही है वहीं, जिला सहकारी बैंक की शाखाओ मे कहीं 210 रुपये के स्टाम्प पेपर तथा किसी शाखा मे 110 रुपये के स्टाम्प पेपर मांगे जा रहे है।
कहा कि पशुओं के लिए चारा दाना की व्यवस्था के लिए बनायी जाने वाली इस साख सीमा के आवेदनों को बैंको मे जमा हुए तीन माह व्यतीत हो गये है। लेकिन सम्बंधित शाखा प्रबन्धक आवेदको के बैंक मे सम्पर्क करने पर कभी 7 प्रतिशत ब्याज तो कभी 6 महीने मे ही ऋण लौआए जाने, अदेय प्रमाण पत्र दिये जाने सक्षम गारंटर लाने जैसे अनेक प्रक्रिया बताकर पशु पालकों को ऋण साख सीमा बनाये जाने मे टालमटोली कर रहे है।
उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सक समयाभाव का बहाना कर मेडिकल प्रमाण पत्र नही बना रहे है इन तमाम औपचारिताओ के चलते किसान, पशुपालक दर—दर भटक रहे है और परेशान है। कहा कि सरकार की योजना को बैंक तथा सरकारी कर्मचारी ही पलीता लगाने मे तुले है।
उत्तराखण्ड क्रांति दल ने किसानों पशुपालकों को मामूली शर्तों पर जमा आवेदनो पर शीघ्र ऋण बैंको द्वारा दिए जाने की मांग की है। मांग पूरी नहीं होने पर सम्बंधित बैंको के विरुद्ध आंदोलनात्मक कार्यवाही की चेतावनी दी है।
जीएम से मिला उक्रांद का शिष्टमंडल
उत्तराखण्ड क्रांति दल के एक शिष्टमण्डल ने मामले में महाप्रबन्धक जिला सहकारी बैंक से मुलाक़ात की। पशुपालक से 10 रुपये के स्टाम्प पेपर लिए जाने के नये निर्देश बैंको को जारी करने की मांग की। उक्राद नेताओ ने कहा है कि जनपद मे जहां भी साख सीमा बनायी जानी है उक्त निर्देश के साथ बनाये जाने हेतु सम्बंधित अधिकारी—कर्मचारी कार्यवाही करे।