पर्यावरण संरक्षण के लिए अनोखी पहल, घर बैठे ईको—ब्रिक्स निर्माण प्रतियोगिता में प्रतिभाग करें, पढ़े पूरी खबर

Newsdesk Uttranews
3 Min Read

Eco-BRICS nirman pratiyogita me pratibhag kre

Screenshot-5

अल्मोड़ा, 24 अक्टूबर 2020
आज भारत ही नहीं पूरा विश्व प्लास्टिक की समस्या से जूझ रहा है। प्लास्टिक की समस्या दिन प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है। प्लास्टिक न सिर्फ हमारे पर्यावरण के लिए हानिकारक है, बल्कि यह हमारे पारिस्थतिकी तंत्र को भी नुकसान पहुंचाता है।

holy-ange-school

अब इस प्लास्टिक कचरे से निजात पाने के लिए पर्यावरण संरक्षण गतिविधि ने एक नया तरीका खोज निकाला है। पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु इको ब्रिक्स निर्माण प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता अक्टूबर से दिसंबर माह तक चलेगी।

ezgif-1-436a9efdef
Eco BRICS 1

लोग अपने घरों से इसकी शुरुआत कर सकते हैं। इसमें अपने घरों में पड़ी हुई खाली प्लास्टिक की बोतलों में, घर में पड़े हुए रैपर्स (जैसे बिस्कुट ,नमकीन आदि खाद्य पदार्थों के) तथा अन्य प्लास्टिक की थैलियों (जैसे दूध दही आदि कोई भी) को प्लास्टिक की खाली बोतलों में भरकर इको—ब्रिक्स का निर्माण करना है।

इको—ब्रिक्स के कई फायदे हैं, इको ब्रिक्स से सिंगल यूज प्लास्टिक पॉलीथिन को हम फैलने से रोक सकते हैं अपने खेतों खलिहानों, नदियों, गलियों, नालियों, जंगलों, शहरों, गांवों को दूषित एवं बंजर होने से बचा सकते हैं।

इको—ब्रिक्स का इस्तेमाल कई प्रकार से किया जा सकता है जिससे कई चीजों का निर्माण भी किया जा सकता है तथा सड़क निर्माण व पैट्रो फ्यूल हेतु भी इस पर काफी कार्य किया जा रहा है। सभी लोग इको ब्रिक्स बनाकर पर्यावरण संरक्षण में अपना अमूल्य योगदान दे सकते हैं तथा धरती को साफ सुथरा एवं हरा-भरा बना सकते हैं।

इको—ब्रिक्स निर्माण के साथ आप अपनी एक सेल्फी मोबाइल नंबर— 9412951904, 8755343754, 8449480914 पर भेज सकते हैं। पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के सदस्यों द्वारा दिसंबर माह के अंतिम पखवाड़े में मुहिम से जुड़े लोगों से संपर्क कर उनके द्वारा बनाई गई इको—ब्रिक्स को संकलित किया जाएगा तथा उन इको— ब्रिक्स को सड़क एवं अन्य निर्माण के कार्य हेतु संस्थाओं को सौंपा जाएगा।
सभी प्रतिभागियों को इन इकोब्रिक्स निर्माण के लिए पर्यावरण संरक्षण गतिविधि, उत्तराखंड द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।

Joinsub_watsapp