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अल्मोड़ा। कोसी पुनर्जनन कार्यों के लिए नेशनल अवार्ड 2018 में पहला स्थान प्राप्त करने के बाद अल्मोड़ा जिले के अधिकारियों और इस मुहिम से जुड़े कर्मचारियों में खासा उत्साह है एक साल पूर्व ही हरेले के दिन कोसी के रिजार्ज जोनों में दो लाख के करीब पौधों का रोपण किया गया। यहीं नहीं एक साथ बड़ी संख्या में पानी रिर्जाज कराने के कार्य किए, चाल खाल खंतियां बनाई गई। उसके बाद अच्छी मात्रा में बारिश होने से इसका फायदा मिला और विभिन्न स्थानों पर बनाई गई चाल खाल और खंतियों के अलावा अन्य माध्यमों में करीब 174 मिलीयन लीटर पानी जमीन में स्टोर हुआ है। खुद कुमांऊ आयुक्त राजीव रौतेला ने विकास भवन में कोसी पुनर्जनन अभियान के तहत आयोजित समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से यही बात कही। बैठक में उन्होंने कहा कि कोसी नदी का संरक्षण व सवंर्द्धन को बढ़ावा देने के लिए आम जनसहभागिता को प्राथमिकता देनी होगी इसके लिए लोगो को जल संरक्षण हेतु प्रेरित् किया जाय।
इस बैठक में जनपद अल्मोड़ा की कोसी नदी पुर्नजनन अभियान, बागेश्वर की गरूड़गंगा पुर्नजनन अभियान व नैनीताल की शिप्रा नदी पुर्नजनन अभियान से जुड़े नोडल अधिकारी उपस्थित रहे। आयुक्त ने तीनो जनपदो के नोडल अधिकारियों व अभियान से जुड़े अधिकारियों को कहा कि कोसी पुर्नजनन अभियान के तहत पूरे देश में एक अलग पहचान इस अभियान को मिली है। इसी की तर्ज पर गरूड़गंगा व शिप्रा नदी के पुर्नजनन अभियान को आगे बढ़ाना होगा। इसके लिए दीर्घकालिक योजना बनाने की जरूरत है।
आयुक्त ने कहा कि इन अभियानो से जुड़े अधिकारियों को पूर्ण निष्ठा के साथ सौंपी गयी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना होगा। उन्होंने भूमिगत जल भण्डारण के लिए जागरूक होने की बात कही। सचिव मुख्यमंत्री ने कहा कि धारे, नौलो के संरक्षण एवं सवंर्धन पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस अभियान में स्वयंसेवी संस्थाओं, शिक्षण संस्थाओं, महिला समूहों, युवक मंगल दलो आदि का सहयोग लिया जाय। उन्होंने कहा कि सप्ताह में एक बार प्रत्येक शिक्षण संस्थाओं में जल संरक्षण से सम्बन्धित एक विषय पर अलग से चर्चा करायी जाय। यह अभियान वर्षभर में निरन्तर चलाया जाय जिससे लोग इस अभियान के आदि हो जाए। उन्होंने कहा कि पंचायत घरो में वाल पेटिंग के माध्यम से पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों को जन जागरूकता अभियान में शामिल किया जाय।
आयुक्त ने कहा कि पौधरोपण के कार्य होने के पश्चात उनकी देखभाल की जिम्मेदारी बेहद महत्वपूर्ण है इसके लिए स्थानीय लोगो को एक कलस्टर प्रदान कर उन्हें गोद लेने के लिए प्रेरित् किया जाय। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2018 में जल संरक्षण एवं सवंद्र्वन के क्षेत्र में जनपद को प्रथम स्थान मिला है। इसके लिए उन्होंने सभी अधिकारियों को बधाई दी और कहा कि इस पुरस्कार के बाद हमारी जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है। आने वाले समय में किस तरह इस अभियान को निरन्तर गति मिले इस ओर विशेष ध्यान देना होगा।
जिलाधिकारी बागेश्वर रंजना राजगुरू ने बताया कि गरूडगंगा स्थित 09 रिचार्ज जोनो में कार्य प्रारम्भ कर दिये गये है इसके साथ-साथ सभी रिजार्च जोन के लिए नोडल अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गयी है। उन्होंने अभी तक किये गये कार्यों का संक्षिप्त विवरण रखा। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि द्वितीय चरण हेतु सभी तैयारिया पूर्ण कर ली गयी है। इसके अलावा गगास एवं रामगंगा नदी का पुर्नजनन किये जाने हेतु भी कार्य योजना तैयार की जा रही है। मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि कोसी पुर्नजनन अभियान के द्वितीय चरण के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गयी है। जिसके अन्तर्गत इस वर्ष 130 है0 में 1.5 लाख पौध रोपण किया जाना प्रस्तावित है। इसके अलावा कार्य योजना में जिसमें चाल-खाल, खन्तिया, चैकडैम, ट्रेंच आदि सम्मलित है। मुख्य कृषि अधिकारी नैनीताल धनपत कुमार ने बताया कि शिप्रा नदी में 07 रिजार्च जोन चिन्हित किये गये है। उन्होंने बताया कि चिन्हित क्षेत्र में वन/सिंचाई/कृषि/उद्यान द्वारा कार्यों को क्रियान्वित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए कार्य योजना तैयार कर दी गयी है। निदेशक एन0आर0डी0एम0एस0 के प्रो0 जे0एस0 रावत ने पाॅवर पाइंट के माध्यम से विस्तृत रूप से कोसी पुर्नजनन अभियान के बारे में बताया साथ ही उन्होंने बताया कि गरूड़गंगा पुर्नजनन अभियान के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गयी हैं। उन्होंने कहा कि शिप्रा नदी पुर्नजनन अभियान के लिए भी जनपद के अधिकारियों के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वारा आगे के कार्य किये जायेगे।
इस बैठक में वन संरक्षक आई0पी0 सिंह, मुख्य विकास अधिकारी बागेश्वर एस0एस0एस0 पांगती, प्रभागीय वनाधिकारी प्रवीण कुमार, संयुक्त मजिस्ट्रेट बागेश्वर एन0एस0 भण्डारी, उपजिलाधिकारी विवेक राय, डिप्टी कलैक्ट्रर राहुल शाह, परियोजना निदेशक नरेश कुमार, बागेश्वर शिल्पी पंत, जिला विकास अधिकारी के0के0 पंत, बागेश्वर के0एन0 तिवारी, नैनीताल रमा गोस्वामी सहित जनपद अल्मोड़ा, नैनीताल, बागेश्वर के समस्त नोडल अधिकारी एवं इन अभियानों से जुड़े अन्य कर्मचारी उपस्थित थे। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों को कोसी/गरूड़गंगा/शिप्रा नदी को बचाने हेतु शपथ भी दिलायी गयी।