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Chamoli district session of Uttarakhand Parivartan Party: Leadership given to Kesavanand and Vinita
Uttarakhand Parivartan Party की जनपद चमोली में पार्टी की कमान केशवानंद सती और विनीता कठेत को सौंपी गयी
अब्बल सिंह भंडारी बने केंद्रीय महासचिव, जसपाल सिंह बाबा को सौंपा गया केंद्रीय सचिव के दायित्व
चमोली, 01 मई 2023- उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी(Uttarakhand Parivartan Party) का चमोली जिले का अधिवेशन नगरपालिका सभागार गोपेश्वर में हुआ।
इस अवसर पर जिला प्रभारी अब्बल सिंह भंडारी के निर्देशन में सम्मलेन में सर्वसम्मति से चमोली की कार्यकारिणी का गठन किया गया।जनपद अध्यक्ष पद पर केशवानंद सती और और महिला प्रकोष्ठ में विनीता कठेत जनपद अध्यक्ष निर्वाचित की गई।
इसके अतरिक्त रघुबीर भंडारी उपाध्यक्ष, दिनेश गौड़ जिला महामंत्री, चंद्रमणि मंदोली कोषाध्यक्ष, वीरेंद्र सिंह भंडारी मीडिया प्रभारी, यसोदा देवी उपाध्यक्ष, पंकज नेगी, जिला महामंत्री (युवा प्रकोष्ठ) गीता देवी मीडिया सहप्रभारी, गोपालराम जिला महामंत्री निर्वाचित घोषित हुए।
घनानंद देवराड़ी आदि कार्यकारिणी सदस्य निर्वाचित हुए। सम्मलेन में Uttarakhand Parivartan Party के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी, प्रधान महासचिव प्रभात ध्यानी, उपाध्यक्ष कुलदीप मधवाल, उपाध्यक्ष आनंदी वर्मा, महासचिव नरेश नौड़ियाल, महासचिव एडवोकेट नारायण राम सहित कार्यकारिणी सदस्य, प्रकाश जोशी, बीडी असनोड़ा, जसवंत बिष्ट, उत्तराखंड छात्र संगठन के दीपांशु पांडे सहित अन्य सदस्य सम्मिलित हुए। सम्मलेन का संचालन जिला प्रभारी अब्बल सिंह भंडारी द्वारा किया गया।
इस मौके पर उत्तराखंडी अस्मिता की रक्षा के लिए, गैरसैण राजधानी निर्माण, भू माफिया से पहाड़ बचाने का, राज्य में युवाओं के रोजगार के अधिकार को सुनिश्चित करने, पहाड़ के लिए अभिशाप बन रही और पूंजीपतियों के हित में लागू की जा रही योजनाओं और नीतियों के विरोध में निर्णायक संघर्ष करने के संकल्प लिया गया।
केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने अपने सम्बोधन में कहाँ कि उत्तराखंड बनने के 23 वर्षों में एक ओर राज्य की अवधारणा तेजी से ध्वस्त हो रही है और दूसरी ओर प्राकृतिक संसाधनों, जमीनों की निर्मम लूट से उत्तराखंड बेहाल है। हिमालयी क्षेत्र में कश्मीर से लेकर अरुणाचल तक केवल उत्तराखंड ही एक ऐसा राज्य है जो पूंजीपतियों, भू माफियाओं को किसी न किसी बहाने असीमित जमीन हथियाने व संसाधनों को लूटने की खुली छूट दे रहा है। कोरोना काल के बाद इस लूट खसोट में अभूतपूर्व तेजी आई है। चुनाव से पहले सशक्त भू कानून की मांग करने वाली सरकारें, राजनेता, जनप्रतिनिधियों की जीवन-मरण के इस प्रश्न पर रहस्यमई चुप्पी जनता के मन में अनेक सवाल पैदा कर रही है। उत्तराखंड में येन केन प्रकारेण जमीनों, जंगलों, यहां के मूल निवासियों को बेदखल करने की इस नीति के दुष्परिणाम अब तेजी से सामने आ रहे हैं और प्रभावित जनता का एक बड़ा तबका इसके खिलाफ मैदान में उतर रहा है एकजुट कर इन तिकड़मी माफिया गिरोहों को चुनौती देना समय की मांग है।
सम्मलेन की समाप्ति के पश्चात केंद्रीय कार्यकारिणी द्वारा सर्वसम्मति से अब्बल सिंह भंडारी और यशपाल सिंह बाबा को केंद्रीय कार्यकारिणी में सम्मिलित करते हुए अब्बल सिंह भंडारी को महासचिव और जसपाल सिंह बाबा को केंद्रीय सचिव नियुक्त किया गया।