पेरिस, 22 जून (आईएएनएस)। पेरिस के एक हाईस्कूल में परीक्षा दे रही एक मुस्लिम छात्रा से अपने चेहरे से नकाब हटाने के लिए कहने पर एक शिक्षिका को मौत की धमकी मिली और उस पर इस्लामोफोबिया का आरोप लगाया गया। डेली मेल ने यह जानकारी दी।
पेरिस के शारलेमेन हाईस्कूल में परीक्षा दे रही छात्रा ने नकाब हटाने से इनकार कर दिया। छात्रा के साथ विवाद होने के बाद शिक्षका पर सोशल मीडिया पर हमला किया गया।
पेरिस अभियोजक के कार्यालय ने कहा कि वह शिक्षका को जान से मारने की धमकी मिलने की जांच कर रहा है।
साल 2004 में फ्रांस ने स्कूलों में विशिष्ट धार्मिक प्रतीकों के पहनने पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसमें मुस्लिम छात्राओं के चेहरे पर नकाब रहने पर भी आपत्ति उठाई गई थी।
ले फिगारो की रिपोर्ट के अनुसार, शारलेमेन स्कूल के रिसेप्शन में मौजूद शिक्षा कार्यालय के कर्मचारियों ने कानून की कई याद दिलाते हुए छात्रा से नकाब हटाने के लिए कहा था, लेकिन छात्रा ने उनकी बात नहीं मानी। उसके बाद परीक्षा कक्ष में शिक्षिका ने उसे टोका था।
कहा जाता है कि परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने से पहले भी शिक्षिका के साथ छात्रा की तीखी नोक-झोंक हुई थी। उसके बाद छात्रा ने अपने सिर से दुपट्टा हटा दिया था, सिर्फ चेहरा ढका रहा।
रिवोल्यूशन परमानेंटे के साथ एक साक्षात्कार में छात्रा ने कहा, मैंने इसे किसी भी संघर्ष से बचने के लिए सिर से दुपट्टा हटा दिया।
इस विवाद को छात्रा के एक मित्र ने ट्विटर पर ट्वीट किया। यूजर ने शिक्षक पर इस्लामोफोबिक होने का आरोप लगाया।
इसके तुरंत बाद शिक्षका को जान से मारने की धमकी मिली और कुछ ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने शिक्षका का नाम जानने और उसकी तस्वीर दिखाने की भी मांग की।
–आईएएनएस
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