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नई दिल्ली, 18 जून (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र में श्री छत्रपति शिवाजी एजुकेशन सोसायटी (एससीएसईएस) के कोषाध्यक्ष अप्पासाहेब रामचंद्र देशमुख को एमबीबीएस उम्मीदवारों से 29 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से संबंधित एक कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है।
आरोपी को मुंबई की एक विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया, जिन्होंने उसे 24 जून तक ईडी की हिरासत में भेज दिया।
मई में ईडी ने एससीएसईएस के पूर्व अध्यक्ष महादेव रामचंद्र देशमुख को गिरफ्तार किया था।
ईडी ने देशमुख और अन्य के खिलाफ वडुज पुलिस स्टेशन, सतारा द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच शुरू की।
यह आरोप लगाया गया कि कॉलेज प्रबंधन ने इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए छात्रों से नकद में धन एकत्र किया था, जबकि कॉलेज इसके लिए पात्र नहीं था।
जांच के दौरान यह पता चला कि एससीएसईएस, कोल्हापुर, एक धर्मार्थ ट्रस्ट है, जो शैक्षिक गतिविधियों में लगा हुआ है।
ट्रस्ट को शैक्षणिक वर्ष 2012-13 और 2013-14 के लिए प्रतिवर्ष 100 सीटों (85 सीट सरकारी कोटा और 15 सीट प्रबंधन कोटा) के लिए एक मेडिकल कॉलेज चलाने की अनुमति मिली।
हालांकि, 2014 में, प्रवेश नियामक प्राधिकरण ने शैक्षणिक वर्ष 2014-15 के लिए एमबीबीएस में प्रवेश की अनुमति को अस्वीकार कर दिया था।
इसके बावजूद 2012-13 से 2015-16 तक केवल 200 छात्रों को ही प्रवेश दिया गया। जबकि पूर्व एससीएसईएस अध्यक्ष ने एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश के बहाने 550 से अधिक छात्रों से धोखाधड़ी से 29 करोड़ रुपये एकत्र किए, जबकि 350 छात्रों को प्रवेश नहीं दिया गया था।
ईडी के एक अधिकारी ने कहा, देशमुख ने संभावित उम्मीदवारों को डोनेशन के खिलाफ दाखिले के लिए लुभाने के लिए कमीशन के आधार पर कई एजेंट नियुक्त किए थे।
–आईएएनएस
एचके/एसजीके