कर्नाटक में भी अग्निपथ विरोधी प्रदर्शन शुरू, 30 गिरफ्तार

Newsdesk Uttranews
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कर्नाटक में भी अग्निपथ विरोधी प्रदर्शन शुरू 30 गिरफ्तार1655557986 712 कर्नाटक में भी अग्निपथ विरोधी प्रदर्शन शुरू 30 गिरफ्तार1655557986 63 कर्नाटक में भी अग्निपथ विरोधी प्रदर्शन शुरू 30 गिरफ्तार1655557986 917 कर्नाटक में भी अग्निपथ विरोधी प्रदर्शन शुरू 30 गिरफ्तारबेंगलुरू, 18 जून (आईएएनएस)। सशस्त्र बलों में अल्पकालिक भर्ती के लिए केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना अग्निपथ के खिलाफ कर्नाटक के बेलगावी और धारवाड़ जिलों के कई हिस्सों में शनिवार को विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। धारवाड़ शहर में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

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पुलिस अब तक 30 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले चुकी है।

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अग्निपथ योजना के विरोध में सैकड़ों युवा धारवाड़ में नाइका अड्डा सर्कल के पास जमा हो गए थे, जिससे अतिरिक्त डीसी को मौके पर पहुंचना पड़ा और आंदोलनकारियों से अपनी योजना को छोड़ने का आग्रह किया।

हालांकि, जब युवक ने मना करने से इनकार कर दिया, तो पुलिस ने हस्तक्षेप किया और प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच मौखिक रूप से कहासुनी हो गई। पुलिस ने फिर लाठीचार्ज किया और 30 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।

इस बीच बेलगावी जिले के गोकक शहर में पुरानी भर्ती योजना को बहाल करने की मांग को लेकर सैकड़ों युवाओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना दिया।

उन्होंने दावा किया कि अग्निपथ योजना युवाओं के लिए हानिकारक है और उन्हें आत्महत्या के कगार पर धकेल देगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार युवाओं के करियर और भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।

कांग्रेस विधायक अंजलि निंबालकर के नेतृत्व में युवाओं के एक बड़े समूह ने बेलगावी जिले के खानापुर में विरोध प्रदर्शन किया। युवाओं ने मालाप्रभा तालुक मैदान में एकत्र होकर तहसीलदार के कार्यालय तक एक विरोध मार्च निकाला, जहां उन्होंने भारत के राष्ट्रपति के नाम पर एक ज्ञापन सौंपा और इस योजना को वापस लेने की मांग की।

बेलगावी जिले के निप्पनी कस्बे में भी विरोध प्रदर्शन हुए।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को भारतीय युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में सेवा देने के लिए अग्निपथ भर्ती योजना को मंजूरी दी थी। अग्निपथ मॉडल के तहत छह महीने के प्रशिक्षण सहित चार साल के लिए थलसेना, वायुसेना और नौसेना में अधिकारी रैंक (पीबीओआर) से नीचे के कर्मियों की भर्ती होगी। इस योजना के तहत भर्ती सैनिकों में से 25 प्रतिशत को चार साल के अंत में अग्निवीर के रूप में सशस्त्र बलों में शामिल किया जाएगा।

–आईएएनएस

एसजीके/एएनएम

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