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मप्र में आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा, शिवराज सख्त

Newsdesk Uttranews
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भोपाल, 17 जून (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया है, कई अस्पतालों ने फर्जी बिल बनाए है। इन मामलों के सामने आने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तेवर तल्ख हो गए है।

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राज्य में आयुष्मान भारत योजना की वास्तविकता जानने के लिए निजी अस्पतालों को निरीक्षण अभियान चला और जो वास्तविकता सामने आई है, वह गड़बड़ियों का खुलासा करने वाली है। आधिकारिक तौर पर माना गया है कि जांच में पाया गया कि कुछ अस्पतालों द्वारा फर्जी मरीजों को भर्ती कर फर्जी दस्तावेज पोर्टल पर समिट किए गए। इन मामलों में प्रकरण भी दर्ज कराए गए है।

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बताया गया है कि आयुष्मान भारत योजना में राज्य में अभी तक 12 जिलों में प्रकरणों का परीक्षण कर संदिग्ध 84 चिकित्सालय की सूक्ष्म जांच एवं ऑडिट कराया गया है, जिसकी प्रारंभिक जांच में 27 अस्पतालों में गड़बड़ी सामने आई है।

आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आयुष्मान भारत योजना में किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं होगा। योजना में बेहतर कार्य करें, जिससे मरीजों को उपचार कराने में कोई असुविधा नहीं हो।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़ा असहनीय है। योजना में घोटाला नहीं चलने देंगे। यह मरीजों और सरकार के साथ धोखा है। घोटाला करने वालों की गिरफ्तारी के साथ उनकी अन्य गतिविधियों की जांच भी करें। निजी अस्पतालों की स्वास्थ्य विभाग द्वारा दल बनाकर जांच कराई जाए। संदिग्ध पाये गए अस्पतालों में मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान की राशि नहीं दी जाएगी। कॉल सेंटर एक्टिव रहें। मरीजों से पूछताछ करें कि वे भर्ती हैं या नहीं। प्रदेश के 27 अस्पताल में कमियाँ सामने आई हैं, जिन पर कड़ी कार्यवाई करें और आगे ऐसा न हो।

–आईएएनएस

एसएनपी/आरएचए

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