मुंबई, 3 जून (आईएएनएस)। वेब फिल्म अर्ध की तैयारी कर रहे बॉलीवुड अभिनेता राजपाल यादव का मानना है कि किसी खास किरदार के लिए हमेशा असली लोगों को ही कास्ट करना जरूरी नहीं है।
अपनी विचार प्रक्रिया को समझाते हुए, वह एक बहुत ही सरल उदाहरण प्रस्तुत करते हैं, यदि कोई फिल्म एक किसान के जीवन पर आधारित है, तो एक वास्तविक किसान को फिल्म में नहीं लिया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा, इसी तरह अर्ध में मैंने एक ट्रांसजेंडर की भूमिका निभाई है, लेकिन एक किसान की भूमिका भी निभाई है। पिता, पति और थिएटर अभिनेता इसलिए असली लोगों को कास्ट करने की जरूरत नहीं है।
एक अभिनेता का काम किसी विशेष चरित्र को पूरी चालाकी से निभाना होता है। मनोविज्ञान के संदर्भ में एक चरित्र अभिनेता से जितना दूर होता है, दर्शकों और भूमिका निभाने वाले अभिनेता दोनों के लिए उतना ही बेहतर होता है क्योंकि यह उन प्रयासों की ओर इशारा करता है जो उन्होंने अपने पात्रों के लिए किए हैं।
राजपाल ने कहा, एक अभिनेता हमेशा वास्तविक जीवन की घटनाओं से प्रेरणा लेता है लेकिन एक फिल्म मुख्य रूप से मनोरंजन के लिए बनाई जाती है, इसलिए मुझे लगता है कि केवल एक अभिनेता ही एक चरित्र की कई परतों के साथ न्याय करने में सक्षम होगा।
अर्ध 10 जून से जी5 पर स्ट्रीम करने के लिए उपलब्ध होगा।
–आईएएनएस
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