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भविष्य में बैडमिंटन ओलंपिक गेम्स में भारत के लिए और पदक लाएगा : किरेन रिजिजू

Newsdesk Uttranews
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d7668a5e31d8481c6d886ed482d08283नई दिल्ली, 29 मई (आईएएनएस)। भारत की ऐतिहासिक थॉमस कप जीत के बाद कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने रविवार को कहा कि आने वाले समय में बैडमिंटन प्रमुख खेलों में से एक होगा, जो भारत को भविष्य में ओलंपिक गेम्स में अधिक पदक जीतने में मदद करेगा।

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रिजिजू की यह टिप्पणी रविवार को डीसीबीए द्वारा आयोजित दिल्ली स्टेट रैंकिंग प्राइज मनी बैडमिंटन चैंपियनशिप 2022 के समापन पर आई। उन्होंने देशभर में प्रतिभाशाली बैडमिंटन खिलाड़ियों की तलाश में दिल्ली कैपिटल बैडमिंटन एसोसिएशन (डीसीबीए) के लक्ष्य को खेलो इंडिया के साथ संरेखित करने को कहा।

रिजिजू ने कहा, हम डीसीबीए के लक्ष्य को खेलो इंडिया के साथ जोड़ना चाहते हैं और इसे अन्य राज्यों में जिला स्तर पर ले जाना चाहते हैं। जब मैं खेल मंत्री था, मैंने खेलो इंडिया के तहत टॉप्स जूनियर शुरू किया था, ताकि हमें भविष्य में ओलंपिक पदक की संभावनाएं मिल सकें।

पूर्व खेल मंत्री रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खेलो इंडिया सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा, पीएम मोदी के नेतृत्व में खेलो इंडिया सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है। खेल हमारी जीवनशैली को बदलता है। हमें अपने जीवन के हर पहलू में प्रेरित करता है। हमने अभी तक पावर स्पोर्ट्स की पहचान नहीं की है, खेल भी एक उभरता हुआ क्षेत्र है, खेल भी जीवन है।

टूर्नामेंट के बारे में बोलते हुए मंत्री ने कहा, मैं यहां एथलीटों को प्रेरित करने के लिए आया हूं, मुझे खेल पसंद है और हमारे देश में बैडमिंटन ने हाल के दिनों में एक अलग स्थान पाया है। मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि बैडमिंटन भारत के लिए पेरिस 2024 में पदक लाने की प्रमुख भूमिका निभाएगा।

उन्होंने कहा, पुरुषों और महिलाओं की टीमों के साथ, भारत बैडमिंटन में एक बड़ी ताकत के रूप में उभरा है। इतने सारे देश बैडमिंटन खेलते हैं, लेकिन भारत एक पावरहाउस के रूप में उभरा है।

रविवार को यहां संपन्न हुई दिल्ली स्टेट रैंकिंग प्राइज मनी बैडमिंटन चैंपियनशिप 2022 में 1700 से अधिक शटलरों ने विभिन्न श्रेणियों में भाग लिया। डीसीबीए अध्यक्ष ने खिलाड़ियों की प्रशंसा की और कहा कि टूर्नामेंट के दौरान माहौल बहुत ही रोमांचक था।

डॉ. अमीता सिंह ने कहा, इस विशेष टूर्नामेंट में चुनौतियां हमेशा होती हैं। चुनौती यह थी कि कुछ खिलाड़ियों की बोर्ड परीक्षाएं थीं। इसलिए मुझे टूर्नामेंट को फिर से शेड्यूल करना पड़ा, क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि उनकी परीक्षा छूट जाए। लेकिन इससे परे स्थल शानदार था। यह एक महान परिसर है, मैं दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति को धन्यवाद देना चाहती हूं।

भारतीय बैडमिंटन टीम ने 1949 में अपनी स्थापना के बाद से पहला थॉमस कप खिताब जीतकर 15 मई को इतिहास रच दिया।

अमीता सिंह ने कहा, थॉमस कप जीत के बाद देश अब बैडमिंटन की ओर देख रहा है। हम खेल में नंबर एक होने से बहुत दूर नहीं हैं, क्योंकि भारत ने विश्व बैडमिंटन में वर्चस्व दिखाया है।

डीसीबीए अध्यक्ष ने उन खिलाड़ियों के बारे में बात की जो अपना सर्वश्रेष्ठ देने के बावजूद सम्मान नहीं जीत पाए डीसीबीए अध्यक्ष ने कहा, यह पहला टूर्नामेंट और आखिरी नहीं है, लक्ष्य ऊंचा होना चाहिए और बहुत दृढ़ संकल्प और समर्पण की आवश्यकता है। यह एक सतत प्रक्रिया है, उन्हें विश्लेषण करना चाहिए कि वे कहां चूक गए।

इस कार्यक्रम में भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के उपाध्यक्ष सुधांशु मित्तल और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।

–आईएएनएस

आरजे/एसजीके

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