कोलकाता, 24 जून (आईएएनएस)। कोयला तस्करी घोटाले के सिलसिले में पूछताछ का सामना करने के लिए गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय में अपने बेटे को गोद में लेकर रूजीरा नरूला बनर्जी आईं, जिससे एजेंसी के अधिकारी हैरान हैं।
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजीरा से ढाई साल के बेटे अयांश को गोद में लेकर छह घंटे तक पूछताछ के बाद दो सवाल केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों को सता रहे हैं ।
क्या उनकी ओर से यह कार्रवाई जनता का ध्यान या सहानुभूति आकर्षित करने का एक प्रयास मात्र थी? या यह कोलकाता के बाहर पूछताछ के लिए बुलाए जाने की भविष्य की सभी संभावनाओं को बंद करने की एक सोची-समझी योजना थी।
ईडी सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी ने शुरूआत में रुजिरा को पूछताछ के लिए नई दिल्ली बुलाया था। हालांकि, उसने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, जहां उसके वकील ने तर्क दिया कि मौजूदा स्थिति में उसके लिए अपने बच्चे से दूर रहना संभव नहीं होगा। शीर्ष अदालत ने उस तर्क को स्वीकार कर लिया और ईडी को कोलकाता में उससे पूछताछ करने का निर्देश दिया।
ईडी के एक अधिकारी ने कहा, क्या गुरुवार को ईडी कार्यालय में उनकी उपस्थिति उनके इस तर्क को साबित करने के लिए थी कि उनका बेटा उनके बिना नहीं रह सकता? ऐसा लगता है कि इस बात को साबित करने के लिए उन्होंने पूछताछ के दौरान अपने बेटे को अपने पास रखा।
उन्होंने कहा कि मानवीय आधार पर, गुरुवार को पूछताछ करने वाले अधिकारियों को रूजिरा को किसी भी सामान्य पूछताछ के दौरान आम तौर पर अनुमति की तुलना में अधिक बार अंतराल पर ब्रेक देना पड़ा, इस प्रकार वास्तविक पूछताछ समय को एक हद तक सीमित कर दिया।
ईडी के अधिकारी भी इस संभावना से इंकार नहीं कर रहे हैं कि रूजिरा ने जनता की सहानुभूति हासिल करने की कोशिश की।
–आईएएनएस
आरएचए/एएनएम
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